सीवरेज कर्मचारियों का फैसला, नौकरी बहाली तक अनिश्चितकालीन धरना रहेगा
- चार प्रमुख मांगों को लेकर सीवरेज कर्मचारियों का धरना जारी
जागरण संवाददाता, रोहतक:
जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ सीवरेज कर्मचारियों ने धरना दिया। मंगलवार को हुडा काम्प्लेक्स स्थित वाटर पंप हाउस पर आठवें दिन धरना देते हुए फैसला लिया गय है कि मांग पूरी नहीं होंगी तब तक धरना जारी रहेगा। वहीं, सीवरेज कर्मचारियों के धरने के चलते लगातार शिकायतें बढ़ रहीं हैं। इस वजह से आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
धरने की अध्यक्षता प्रधान सुनील कुमार ने नाराजगी जताई कि जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। इसके साथ ही मुख्य रूप से नौकरी से बाहर किए गए कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से नौकरी पर लेने की मांग की। कर्मचारियों का छह माह से अटके वेतन को तुरंत दिलाने की मांग की। कौशल विकास रोजगार निगम एवं ठेका प्रथा पर पूर्ण रोक लगाकर कर्मचारियों की पक्की भर्ती की जाएं यह भी मांग की। बैठक का संचालन करते हुए सचिव विजय कुमार ने कहा कि इन सभी बिदुओं पर सहमति बनने पर ही हड़ताल समाप्त होगी। यह भी चेतावनी दी है कि कर्मचारियों से बात करके धरने का समापन करवाया जाए अन्यथा यह आंदोलन आने वाले समय में और अधिक उग्र रूप धारण करेगा। जिसमें होने वाली क्षतिपूर्ति की जिम्मेवारी स्वयं सरकार की होगी। धरने में मुख्य रूप से सर्व कर्मचारी संघ के जिला सचिव जयकुंवर दहिया, जिला कोषाध्यक्ष जोगिदर दलाल, किसान सहयोगी संगठन से डाक्टर जगमति सांगवान, नागरिक मंच से रिटायर्ड एसडीओ गुलाब सिंह हुड्डा, नगर निगम के इकाई प्रधान संजय बिड़लान ने भी समर्थन दिया। प्रधान सुनील ने बताया कि 17 अगस्त को प्रदर्शन करते हुए जिला उपायुक्त को ज्ञापन देने की प्रक्रिया में सैकड़ों कर्मचारियों के साथ समर्थन का आश्वासन दिया। वहीं धरने पर यह भी ऐलान किया गया कि अगर हरियाणा सरकार सीवरेज कर्मचारियों की मांग मुद्दों को लेकर गंभीर नहीं होती है तो आने वाले समय में तमाम संगठन एक मंच पर एकत्रित होकर इन कर्मचारियों का समर्थन करेंगे। धरने में मुख्य रूप से जोगिदर दलाल, संजय विधलाण, डाक्टर जगमति सांगवान, पूर्व एसडीओ भाग सिंह, सुनील कुमार, अरूण पंवार, अमित कुमार, राहुल, सोमबीर, गुरदीप, सुंदर, सोनू, सतीश, सतपाल अजीत, गुलाब आदि कर्मचारियों ने भागीदारी की।