जीडीपी वृद्धि दर पर आईएमएफ से इत्तफाक नहीं रखते मोंटेक
योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष आईएमएफ द्वारा दिया गया आंकड़ा एक सांख्यिकी समस्या है। आईएमएफ के आंकड़े से वह इत्तफाक नहीं रखते हैं। यह बात उन्होंने ओईसीडी वर्ल्ड फोरम पर पूछे गए एक सवाल के
नई दिल्ली। योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष आईएमएफ द्वारा दिया गया आंकड़ा एक सांख्यिकी समस्या है। आईएमएफ ने जीडीपी में 4.9 फीसद वृद्धि की बात कही है। लेकिन इस आंकड़े से वह इत्तफाक नहीं रखते हैं। यह बात उन्होंने ओईसीडी वर्ल्ड फोरम पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही।
उन्होंने कहा कि वह इस बात को नहीं मानते हैं कि भारत की जीडीपी वृद्धि दर मौजूदा वर्ष में 4.9 फीसद रही। उन्होंने कहा कि वर्ष के पहले छह माह में ही यह दर 5.5 फीसद थी। यदि आईएमएफ के आंकड़ों को ध्यान जाए तो इसका अर्थ होगा कि देश की अर्थव्यवस्था फिर से नकारात्मक हुई है, जिस पर मुझे शक है।
मोंटेक ने फोरम पर पूछे गए सवालों के जवाब में कहा कि आईएमएफ को इस बात की जानकारी नहीं है कि उन्होंने जीडीपी को बाजार के आधार पर लिया है। उन्होंने कहा कि बाजार आधार पर जीडीपी और फैक्टर कॉस्ट पर जीडीपी में काफी अंतर होता है। आईएमएफ के उलट भारत में जीडीपी फेक्टर कॉस्ट पर तय किया जाता है। उन्होंने कहा कि आईएमएफ द्वारा निकाले गए गए आंकड़े में अप्रत्यक्ष कर सम्मिलित है जबकि हमारे द्वारा निकाले गए आंकड़ों में इसको सम्मिलित नहीं किया जाता है।
भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक मौजूदा वर्ष में अप्रैल-जून में यह आंकड़ा 5.5 फीसद था, जबकि अगला आंकड़ा नवंबर में उपलब्ध होगा।
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