Move to Jagran APP

एनएमडीसी का विनिवेश इसी हफ्ते

शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव को देखते हुए सरकार अब सार्वजनिक कंपनियों के विनिवेश के लिए पब्लिक इश्यू [आइपीओ या एफपीओ] लाने से बच रही है। इसकी जगह नीलामी के जरिये शेयरों की बिक्री को तवज्जो दिया जा रहा है। देश की दिग्गज खनन कंपनी एनएमडीसी के मामले में भी यही तरीका अपनाया जा रहा है। कंपनी को इसी हफ्ते बाजार में उतार

By Edited By: Published: Sun, 09 Dec 2012 08:12 PM (IST)Updated: Sun, 09 Dec 2012 09:32 PM (IST)
एनएमडीसी का विनिवेश इसी हफ्ते

नई दिल्ली। शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव को देखते हुए सरकार अब सार्वजनिक कंपनियों के विनिवेश के लिए पब्लिक इश्यू [आइपीओ या एफपीओ] लाने से बच रही है। इसकी जगह नीलामी के जरिये शेयरों की बिक्री को तवज्जो दिया जा रहा है। देश की दिग्गज खनन कंपनी एनएमडीसी के मामले में भी यही तरीका अपनाया जा रहा है। कंपनी को इसी हफ्ते बाजार में उतारा जा सकता है। इसके 10 फीसद शेयरों की बिक्री से सरकार को 6,300 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। फिलहाल एनएमडीसी में सरकार की 90 फीसद हिस्सेदारी है।

loksabha election banner

सूत्रों के मुताबिक कंपनी का विनिवेश गुरुवार या शुक्रवार को हो सकता है। मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह [ईजीओएम] की मंगलवार को होने वाली बैठक में विनिवेश का दिन तय किया जा सकता है। बैठक में इसके शेयरों का मूल्य दायरा भी तय होगा। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समित [सीसीईए] ने 25 अक्टूबर को एनएमडीसी में विनिवेश को मंजूरी दी थी। इसके तहत एक रुपये अंकित मूल्य के 39 करोड़ 64 लाख 71 हजार 600 शेयर जारी किए जाएंगे। पिछले शुक्रवार को बंबई शेयर बाजार में इसके शेयर का भाव 158.70 रुपये था। इस कीमत पर सरकारी खजाने में 6,292 करोड़ रुपये आ सकते हैं।

हालांकि, सूत्रों का कहना है कि हिंदुस्तान कॉपर की तरह इसका मूल्य दायरा मौजूदा भाव से कम नहीं रहेगा। इसमें 10-15 फीसद की बढ़ोतरी संभव है। इसके पीछे तर्क देते हुए उन्होंने कहा कि कंपनी के शेयर औसतन 160 रुपये पर बाजार में कारोबार कर रहे हैं। देश की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक पर कोई कर्ज भी नहीं है। साथ ही इसके पास 20 हजार करोड़ रुपये की नकदी पड़ी हुई है। मूल्य दायरा ज्यादा होने पर सरकार को इश्यू से सात हजार करोड़ रुपये तक की रकम मिल सकती है।

पिछले महीने ही हिंदुस्तान कॉपर का नीलामी के जरिये विनिवेश किया गया था। इसकी 5.58 फीसद हिस्सेदारी बिक्री से सरकार को 807 करोड़ रुपये मिले थे। चालू वित्त वर्ष में सरकारी कंपनियों के विनिवेश से 30 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा गया है।

एनटीपीसी के एफपीओ की भी तैयारी

सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज बिजली उत्पादक एनटीपीसी के विनिवेश को लेकर भी गहमागहमी शुरू हो गई है। विनिवेश विभाग इसके अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम [एफपीओ] पर 15 दिसंबर को सरकार के समक्ष प्रस्तुति देगा। इसके जरिये 13 हजार करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं। यहां एक कार्यक्रम में एनटीपीसी के चेयरमैन अरुप रॉय चौधरी ने उम्मीद जताई कि मार्च 2013 तक कंपनी का इश्यू बाजार में आ सकता है। 22 नवंबर को सरकार ने इसकी 9.5 फीसद हिस्सेदारी विनिवेश को मंजूरी दी थी।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.