कम हो सकती हैं पेट्रोल की कीमतें..!
इन दिनो पेट्रोल की बढ़ी कीमतो से आम आदमी बेहद परेशान है। हर रोज अलग-अलग जगहो पर हो रहे प्रदर्शनो से सरकार भी दुखी है। इस बीच उम्मीद की जा रही है कि पेट्रोल कंपनियां आने वाले दिनो मे पेट्रोल की कीमतो मे कुछ कटौती कर सकती हैं।
नई दिल्ली। इन दिनों पेट्रोल की बढ़ी कीमतों से आम आदमी बेहद परेशान है। हर रोज अलग-अलग जगहों पर हो रहे प्रदर्शनों से सरकार भी दुखी है। इस बीच उम्मीद की जा रही है कि पेट्रोल कंपनियां आने वाले दिनों में पेट्रोल की कीमतों में कुछ कटौती कर सकती हैं।
इंडियन आयल कंपनी ने कहा है कि विश्व बाजार में गिरती तेल की कीमतों को फायदा उपभोक्ताओं को दिया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में पेट्रोल पर बढ़ी कीमतों में से एक से डेढ़ रुपये तक की कमी की जा सकती है। वहीं कांग्रेस ने भी माना है कि पेट्रोल पर बढ़ी कीमतें काफी ज्यादा है और इससे देश की जनता पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। कांग्रेस के मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार पेट्रोल की बढ़ी कीमतों को कम कराने के लिए कोई न कोई रास्ता जरूर निकाल लेगी। इस बीच एनडीए शासित कई राज्यों ने पेट्रोल की कीमत कम करने के लिए वैट में कमी करने से साफ मना कर दिया है।
कांग्रेस ने भी पिछले दिनों हुई कोर कमेटी की बैठक में सरकार से लोगों को राहत देने के लिए कोई रास्ता निकालने की अपील की थी। पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी ने इस बात के भी संकेत दिए कि अगले कुछ दिनों के भीतर सरकार मूल्य कटौती का कोई रास्ता जरूर निकाल लेगी। अब सरकार को सबसे ज्यादा उम्मीद क्रूड और रुपये की कीमत में गिरावट से है।
रेड्डी के मुताबिक मूल्य कटौती का फैसला सोच-विचार कर होगा। हम कच्चे तेल की कीमतों और डॉलर-रुपये की स्थिति को देखते हुए कोई फैसला किया जाएगा।
इसके अलावा केंद्रीय कर में भी कमी पर विचार हो रहा है। रेड्डी ने कहा, हम शीघ्र ही सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाना चाहते हैं ताकि बिक्री कर घटाने को लेकर कोई आम सहमति बनाई जा सके। अगर राज्य सरकारों ने पेट्रोल पर बिक्री कर या वैट की दरों में कुछ राहत दे दी तो इससे मौजूदा मूल्य वृद्धि से आम जनता को कुछ राहत दी जा सकती है।
माना जा रहा है कि एक जून, 2012 को जब तेल कंपनियां दोबारा पेट्रोल कीमत की समीक्षा करेंगी तो कुछ राहत आम जनता को दी जाएगी। लेकिन, इसमें एक समस्या यह है कि 31 मई को विपक्षी पार्टियों की हड़ताल है और उसके अगले दिन मूल्य कटौती हुई तो इसका श्रेय केंद्र के बजाय विपक्षी दलों को जा सकता है। ऐसे में सरकार कोई बीच का रास्ता निकालने की कोशिश करेगी।
इस बीच जून के शुरुआती दौर में डीजल की कीमतों में भी बढ़ोतरी होने के संकेत मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री दो जून को कोलकाता के दौरे के दौरान राज्य की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी के साथ पेट्रोल की मूल्यवृद्धि पर अलग से बात कर सकते हैं।
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