भाजपा सांसद सुशील मोदी का नीतीश कुमार से सवाल, सरकारी बैठकों का संचालन बहनोई कर सकते हैं?
पर्यावरण वन एवं जयवायु परिवर्तन मंत्री तेजप्रताप के साथ विभागीय बैठक में उनके जीजा शैलेश कुमार दिखे थे। अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। भाजपा सांसद सुशील मोदी ने नीतीश से पूछा है कि क्या बैठकों में बहनोई शामिल हो सकते हैं क्या?
जागरण टीम, पटना। महागठबंधन की सरकार पर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी का सिलसिलेवार हमला जारी है। दागी मंत्रियों के नाम गिनाने के बाद अब लालू के दामाद के सरकारी बैठक में हिस्सा लेने के मामले को भाजपा ने उठाया है। गुरुवार को पर्यावरण वन एवं जयवायु परिवर्तन मंत्री तेजप्रताप के साथ विभागीय बैठक में उनके जीजा शैलेश कुमार शामिल हुए थे। शुक्रवार को सुशील मोदी ने बयान जारी कर कहा कि सरकार में लालू का हस्तक्षेप होने से ऐसी घटनाएं आगे भी देखने को मिलेंगी। मोदी ने पूछा कि क्या सरकारी बैठकों में बहनोई के शामिल होने और संचालन करने की अनुमति बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दे दी है?
क्या नीतीश जी ने अनुमति दे दिया है कि अब सरकारी बैठकों में बहनोई शामिल ही नही होंगे बल्कि संचालन भी करेंगे pic.twitter.com/yqDY7GqOyC
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) August 19, 2022
लालू ऐसे ही करते रहेंगे हस्तक्षेप
सुशील मोदी ने कहा कि तेजप्रताप पिछले तीन साल से सुर्खियों में रहे हैं। रही सही कसर उन्होंने मंत्री बनने के बाद पूरी कर दी। मंत्री के नाते पहली बैठक बुलाई तो उसके संचालन का जिम्मा बहनोई शैलेश कुमार को दे दिया। सुशील मोदी ने सवाल पूछा कि आखिर तेजप्रताप के बहनोई इस बैठक में पहुंचे कैसे? अधिकारियों ने बैठक में आने की अनुमति कैसे दी? बैठक में उन्होंने प्रश्न कैसे पूछे? उन्होंने कहा कि लालू अब सरकार की हर गतिविधियों में हस्तक्षेप करेंगे। ऐसी घटनाएं आगे भी देखने को मिलेंगी। नीतीश को जवाब देना होगा कि सरकारी बैठकों में उन्होंने बहनोई के प्रवेश की अनुमति दे दी है क्या।
विभागीय बैठक में पहुंचे थे लालू के दामाद
बता दें कि गुरुवार को पटना में बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की बैठक हुई थी। इसमें विभागीय मंत्री तेज प्रताप यादव के बगल में उनके जीजा शैलेश कुमार भी बैठे दिखे थे। शैलेश लालू प्रसाद की बड़ी बेटी व राज्यसभा सदस्य मीसा भारती के पति हैं। मीटिंग से जुड़ी तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई थीं। इस मामले को बीजेपी ने महागठबंधन सरकार पर तंज कसना शुरू कर दिया है।