जमीन के विवाद में आगजनी व पथराव, 11 घायल
गांव रिहारी में आग लगने के बाद बुझाने का प्रयास करते ग्रामीण। जागरण
जमीन के विवाद में आगजनी व पथराव, 11 घायल
संवाद सूत्र, सौरिख: जमीन के विवाद में दो पक्षों के बीच अभद्रता के बाद मारपीट हो गई। मामला तूल पकड़ा तो झोपड़ी में लगा दी इससे पथराव शुरू हो गया। दोनों पक्षों से 11 लोग घायल हो गए। पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया। उप निरीक्षक की तहरीर पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
थाना सौरिख चौकी सकरावा के गांव रिहारी में जमीन को लेकर कुलदीप कुमार व सत्य प्रकाश त्रिपाठी के बीच विवाद चल रहा है। सोमवार शाम 6.30 बजे के करीब अभद्रता के बाद दोनों पक्षों से लोग एकत्रित हो गए और मारपीट होने लगी। इस बीच किसी प्रकार से कुलदीप के छप्पर में आग लग गई। पास में रखी दुकान का सामान भी जलने लगा। लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे ग्रामीण भयभीत हो गए। पुलिस के पहुंचने पर विवाद कर रहे लोग भाग निकले। दोनों पक्षों से 11 लोग घायल हुए। सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सौरिख भेजा गया। वहां से सुषमा देवी व भावना को गंभीर हालत में मेडिकल कालेज तिर्वा रेफर कर दिया गया। पुलिस ने दोनों पक्षों से राहुल कुमार, प्रदीप, दिलीप व रघुनाथ प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया। चौकी इंचार्ज सकरावा रामकृपाल सिंह ने राहुल कुमार, प्रदीप, दिलीप, रघुनाथ प्रसाद, कन्हैया उर्फ रितेश, राजन व कुलदीप सहित अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। बलवा व सीएलए एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया। प्रभारी निरीक्षक मदन गोपाल गुप्ता ने बताया कि दोनों पक्षों में पट्टे की जमीन को लेकर विवाद है। दोनों पक्ष अपना-अपना दावा करते हैं। राजस्व टीम कई बार पैमाइश कर चुकी है। इसके बाद भी आए दिन विवाद होता है। मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।
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दोनों पक्षों से ये हुए घायल
मारपीट व पथराव के बीच एक पक्षसे आदर्श पुत्र प्रदीप कुमार, सुषमा देवी पत्नी रघुनाथ, कुसुमा देवी पत्नी जगदीश चंद्र घायल हुए। वहीं दूसरी पथ से प्रतिमा पत्नी शिव प्रकाश, भावना पुत्री शिव प्रकाश, आस्था पुत्री राम प्रकाश व राघव पुत्र शिव प्रकाश घायल हुए।
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यह है विवाद की वजह
कुलदीप कुमार व सत्य प्रकाश त्रिपाठी के बीच गाटा संख्या 724 रकबा दो बीघा जमीन पर कब्जे को लेकर विवाद चल रहा है। कुलदीप के स्वजन के अनुसार वह करीब 40-50 वर्षों से इस जमीन पर काबिज है। घर व मंदिर बना हुआ है। तीन चार वर्ष पहले इस जमीन का पट्टा सत्य प्रकाश त्रिपाठी के नाम किया गया। इसके बाद से विवाद शुरू हो गया। मंदिर के पास ही कुलदीप का छप्पर रखा हुआ है। इसी में वह किराने की बिक्री करते हैं।