अमृत योजना : 2023 जनवरी तक 78 कालोनियों के 64 घरों को मिलेगा पेयजल
ग्रामीण क्षेत्र की 78 कालोनियों के 64 हजार घरों को जनवरी 2023 तक पेयजल मिल जाएगा। नगर निगम द्वारा ग्रामीण क्षेत्र की कालोनियों में 326 करोड़ से 328 किलोमीटर की पेयजल व सीवर लाइन दबाने का कार्य चल रहा है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : ग्रामीण क्षेत्र की 78 कालोनियों के 64 हजार घरों को जनवरी 2023 तक पेयजल मिल जाएगा। नगर निगम द्वारा ग्रामीण क्षेत्र की कालोनियों में 326 करोड़ से 328 किलोमीटर की पेयजल व सीवर लाइन दबाने का कार्य चल रहा है। इसमें 70 प्रतिशत काम पूरा किया जा चुका है। इसमें पेयजल लाइन बिछाने पर 111 करोड़ रुपये और सीवर लाइन बिछाने पर 215 करोड़ रुपये खर्च किए जाने है। अभी तक पेयजल के अभी तक 45 हजार घरों के कनेक्शन हो चुके है। इसी तरह सीवर लाइन के भी 30 हजार कनेक्शन किए जा चुके।
पेयजल व सीवर की समस्या लोग काफी परेशान चल रहे हैं। अब अगले साल जनवरी माह तक यह समस्या दूर हो जाएगी। अभी तक 250 किलोमीटर सीवर लाइन दबाने का काम पूरा हो चुका है, जिसमें 90 हजार किलोमीटर सीवर चालू हो चुके हैं। पेयजल का भी 210 किलोमीटर लाइन दबाने का काम पूरा हो चुका है जिसमें 150 किलोमीटर पेयजल कनेक्शन चालू किए जा चुके हैं। इससे लोगों राहत मिलनी शुरू हो चुकी है। इन पेयजल व सीवर लाइन दबाने का कार्य एक साथ चल रहा है। काम में तेजी लाने के दिए निर्देश
आवास व शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार कमेटी के अधिकारियों ने नगर निगम को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए है, जिससे जल्द से जल्द प्रोजेक्ट पूरे हो सके। अब प्रोजेक्ट पूरे होने के बाद एक बार फिर से टीम निरीक्षण करने आएगी। मार्च में किया था दौरा
मार्च माह में आवास और शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार कमेटी ने शहर में चल रहे अमृत योजना के निर्माण कार्यों की जांच करने के लिए शहर में अलग-अलग क्षेत्र का दौरा किया था। इसमें टीम में अंडर सेक्रेटरी एचसी मिश्रा, टीम लीडर अमित गौड शामिल थे। इन वार्डों में शुरू हो चुका पेयजल मिलना
वार्ड 1 से 5, 7, 11, 12, 13, 22 इन वार्डों की कालोनियों में पेयजल सप्लाई शुरू कर दी गई है। सीवर लाइन बिछाने का भी लगभग कार्य समाप्त हो चुका है। इसकी रिपोर्ट बनाकर अर्बन लोकल बाडी व आवासन और शहरी मंत्रालय भारत सरकार कमेटी को भेजी जा चुकी है। एसटीपी से जुड़ेगी सीवरलाइन
बरसत रोड पर 25 एमएलडी व अर्जुन नगर में 15 एमलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट 86 करोड़ रुपये से बन रहे हैं। इन दोनों सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य भी 70 फीसद पूरा किया जा चुका है। यह दोनों एसटीपी का निर्माण कार्य भी 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा। वीडियोग्राफी करवाई जा रही
अमृत योजना निर्माण कार्य की नगर निगम द्वारा वीडियोग्राफी भी करवाई जा रही है। इसकी रिपोर्ट केंद्र व अर्बन लाकल बाडी को भेजी जा रही है। निर्माण कार्य पूरा होने पर सैंपिलिग भी जा रही है। अगर कुछ गड़बड़ी मिलती है तो निगम व ठेकेदार पर करोड़ों रुपये का जुर्माना तक लगाया जा सकता है। कार्य की प्रतिदिन ली जा रही रिपोर्ट : कार्यकारी अभियंता
नगर निगम के कार्यकारी अभियंता प्रदीप कल्याण ने बताया कि केंद्र का का प्रोजेक्ट अमृत योजना का कार्य 70 प्रतिशत पूरा किया जा चुका है। इस प्रोजेक्ट की प्रतिदिन रिपोर्ट ली जा रही है। 2023 जनवरी माह तक प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा।