Ambedkar University Agra: परीक्षा शुरू लेकिन तैयारियां अब तक अधूरी, लिंक तक नहीं हो पाए केंद्र
Ambedkar University Agra पुरानी गलतियों से सीखेगा या दोहराएगा विश्वविद्यालय। मंगलवार तक लिंक नहीं हो पाए हैं केंद्र। डिजिटल लाक की सुविधा होगी 20 अगस्त से। विश्वविद्यालय ने परीक्षा के संचालन के लिए 19 नोडल केंद्र बनाए हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाओं में विश्वविद्यालय पुरानी परीक्षाओं की गलतियों से सीख लेगा या गलतियों को दोहराएगा, यह सवाल खड़ा हो चुका है। परीक्षा 13 अगस्त को शुरू हो चुकी है और अब तक पूरी तैयारी नहीं हुई है जबकि विश्वविद्यालय ने दावा किया था कि इन परीक्षाओं में अव्यवस्थाओं को बोलबाला नहीं रहेगा।
पहले दिन नहीं थे डिजिटल लाक
विश्वविद्यालय ने परीक्षा के संचालन के लिए 19 नोडल केंद्र बनाए हैं। विश्वविद्यालय ने दावा किया था कि हर नोडल केंद्र पर अलग से एक स्ट्रांग रूम तैयार किया जाएगा , जिसमें केवल प्रश्नपत्र ही रखे जाएंगे। परीक्षा के प्रारंभ होने के साथ पहले दिन से ही प्रत्येक नोडल केंद्र पर एक आरएफआइडी डिजिटल लाक की व्यवस्था की जाएगी, लेकिन यह व्यवस्था पहले ही दिन फेल हो गई थी। पहली परीक्षा में डिजिटल लाक नहीं थे।इस बारे में डीन एकेडमिक प्रो. संजीव कुमार का कहना है कि 20 अगस्त को होने वाली परीक्षा में यह व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी।
184 केंद्रों की आई है जानकारी
नियंत्रण कक्ष से परीक्षा केंद्रों के सीसीटीवी कैमरों को लिंक करने की बात विश्वविद्यालय ने प्रथम सेमेस्टर और मुख्य परीक्षाओं में भी की थी, लेकिन दोनों ही परीक्षाओं में सीसीटीवी लिंक नियंत्रण कक्ष से लिंक नहीं हो पाए थे।इस साल भी मंगलवार तक सभी केंद्र नियंत्रण कक्ष से लिंक नहीं हो पाए हैं।नियंत्रण कक्ष समन्वयक प्रो. मनुप्रताप सिंह ने बताया कि 184 केंद्रों की जानकारी आ चुकी है।उन्हें लिंक किया जा रहा है। मंगलवार रात तक सभी केंद्रों को नियंत्रण कक्ष से लिंक कर दिया जाएगा।
17 तक जमा करना है शुल्क
कई कालेजों पर परीक्षा शुल्क बकाया है। इन कालेजों को बैंकों में अवकाश के कारण 17 अगस्त तक शुल्क जमा करने के समय दिया गया है। जिन कालेजों का शुल्क जमा होता जा रहा है, उनके प्रवेश पत्र जारी किए जा रहे हैं।
पिछली गलतियों को दोहराया नहीं जाएगा। न ही इस बार छात्र प्रश्नपत्र के लिए परेशान होंगे और न ही अव्यवस्थाएं ही परेशान करेंगी।
- प्रो.ओमप्रकाश, परीक्षा नियंत्रक