आजमगढ़ की तीन फर्मों की तीन करोड़ ITC ब्लॉक, CGST वाराणसी आयुक्तालय से जुड़े हैं पूर्वांचल के 14 जिले
वित्तमंत्री के निर्देश पर फर्जी फर्मों पर लगाम लगाने के लिए अभियान चल रहा है। इसके तहत सीजीएसटी विभाग ने वाराणसी चंदौली गाजीपुर बलिया मऊ आजमगढ़ मिर्जापुर सोनभद्र देवरिया गोरखपुर कुशीनगर महाराजगंज सिद्धार्थनगर संत कबीर नगर में छानबीन की है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर विभाग (सीजीएसटी) ने फर्जी फर्म बनाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) में घालमेल करने का खुलासा किया है। वाराणसी स्थित इस विभाग के आयुक्तालय से जुड़े पूर्वांचल के जिलों की ऐसी 21 फर्मों पर कार्रवाई की गई, जिसने फर्जी तरीके से लगभग 14 करोड़ आइटीसी का लाभ लिया या दूसरी फर्मों को दिया। दोनों ही तरफ की ऐसी फर्मों का पंजीकरण निलंबित करते हुए कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में अकेले आजमगढ़ की तीन फर्मों की ही लगभग पौने तीन करोड़ आइटीसी ब्लॉक कर दिया गया है।
फर्जी फर्म बनाकर टैक्स चोरी करने वालों पर कार्रवाई तेज
फर्जी फर्म बनाकर टैक्स चोरी करने वालों पर कार्रवाई तेज हो गई है। वित्तमंत्री के निर्देश पर फर्जी फर्मों पर लगाम लगाने के लिए अभियान चल रहा है। इसके तहत सीजीएसटी विभाग ने वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, बलिया, मऊ, आजमगढ़, मिर्जापुर, सोनभद्र, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर में छानबीन की है।
सूत्र बताते हैं कि 18 ऐसी फर्में हैं, जिन्होंने लगभग 11 करोड़ आटीसी फर्जी तरीके से दूसरी फर्मों को प्रदान की है। इस मामले में इन 18 फर्मों के पंजीकरण को निलंबित करने के साथ ही अन्य कानूनी कार्रवाई की जा रही है। साथ ही इनसे जिन फर्मों ने इसका लाभ लिया है उनकी भी आइटीसी ब्लाक करने के लिए संबंधि आयुक्तालय को लिखा गया है। ये फर्में उत्तर प्रदेश के साथ ही गुजरात, आंध्रा प्रदेश आदि राज्यों की है।
उधर, राज्य वस्तु एवं सेवाकर (एसजीएसटी) यानी वाणिज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) टीम ने भी वाराणसी के साथ ही गाजीपुर व चंदौली की तीन फर्मों 22.40 लाख राशि यानी आइटीसी ब्लाक कर दी गई है।