यूएस फेड की दरों में बढ़ोतरी से टूटे बाजार, शुरुआती कारोबार में तेज गिरावट, रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर
Stock Market Opening 22 September अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दरों में बढ़ोतरी का असर गुरुवार को शुरुआती कारोबार में देखा गया और सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट आ गई। हालांकि तेज गिरावट के बाद बाजार में सुधार के संकेत हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। यूएस फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) ने ब्याज दरों में 75 बेसिस पॉइंट या 0.75 प्रतिशत बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है। इसका असर गुरुवार को दुनिया भर के बाजारों में देखा जा रहा है। भारतीय बाजार (Stock Market) भी इससे अछूते नहीं रहे। गुरुवार को बाजार खुलते ही सेंसेक्स (Sensex) 483.71 अंक गिरकर 58973.07 और निफ्टी (Nifty) 137.95 अंक गिरकर 17580.40 पर आ गया।
खबर लिखे जाने तक सेंसक्स 180 अंक नीचे जाकर 59276 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी 37 अंक नीचे जाकर 17681 पर कारोबार कर रहा था।
आज आईटी और बैंक सेक्टरों में तेज गिरावट आई। एफएमसीजी सेक्टर लाभ में था। पावर ग्रिड कॉर्प, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी और टेक महिंद्रा निफ्टी पर गेनर्स में शामिल थे। अडानी पोर्ट्स, आईटीसी, भारती एयरटेल, एचयूएल और नेस्ले इंडिया के शेयर भी उछल गए।
रुपया नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर
फेडरल रिजर्व ने मुद्रास्फीति से निपटने के लिए 75 आधार अंकों की एक और आक्रामक ब्याज दर वृद्धि लागू की। इसके बाद रुपये की कीमत में तेज गिरावट आ रही है। फेडरल रिजर्व के कठोर फैसले के बाद भारतीय रुपया गुरुवार को नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया।
करेंसी मार्केट में रुपया 80.29 पर खुला और अब तक के सबसे निचले स्तर 80.35 डॉलर प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
अन्य एशियाई करेंसी का क्या है हाल
फेड द्वारा दरें बढ़ाने के बाद बाकी एशियाई मुद्राएं दबाव में थीं। एशियाई मुद्राओं में दक्षिण कोरियाई वोन 1% गिर गया, जबकि फिलीपींस पेसो 0.73% गिर गया। चीनी रेनमिनबी 0.6%, जापानी येन 0.57%, थाई बहत 0.51%, ताइवान डॉलर 0.5%, मलेशियाई रिंगित 0.36%, और सिंगापुर डॉलर 0.28% तक गिर गया।
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