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Reliance Share Price: रिलायंस को बड़ा झटका, Sensex और Nifty लाल निशान में बंद

Market Closing Bell शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के सूचकांक में तेज गिरावट से शुक्रवार को सेंसेक्स में 111 अंक की गिरावट दर्ज की गई। वहीं एनएसई निफ्टी 28.20 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ।

By Sarveshwar PathakEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 04:59 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 05:07 PM (IST)
Reliance Share Price: रिलायंस को बड़ा झटका, Sensex और Nifty लाल निशान में बंद
Sensex fall 111 points and Nifty closed decline of 28.20 points.

नई दिल्ली, पीटीआइ। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के सूचकांक में तेज गिरावट से शुक्रवार को सेंसेक्स में 111 अंक की गिरावट देखी गई। इसके साथ बेंचमार्क सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई। बीएसई बेंचमार्क 111.01 अंक या 0.21 फीसद की गिरावट के साथ 52,907.93 पर बंद हुआ, जो दिन के दौरान 924.69 अंक या 1.74 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,094.25 पर पहुंच गया था। वहीं, एनएसई निफ्टी 28.20 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,752.05 पर बंद हुआ।

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रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 7.25 फीसद गिरा
सेंसेक्स पैक में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 7.25 फीसद गिर गया। पावरग्रिड, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, मारुति, डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज और आईसीआईसीआई बैंक टॉप लूजर में रहे। वहीं, दूसरी ओर, आईटीसी, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, टीसीएस और एचडीएफसी टॉप गेनर में से थे।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार से प्रतिकूल संकेतों के कारण रुपये में कमजोरी और तेल रिफाइनरियों में बिकवाली के कारण कमजोर शुरुआत हुई। जून के दौरान भारत के कारखाने के उत्पादन में वृद्धि धीमी हो गई, क्योंकि उच्च महंगाई दर ने मांग को कम करना जारी रखा।

एशिया और यूरोपीय बाजार का हाल

एशिया में टोक्यो, सियोल और शंघाई के बाजार निचले स्तर पर बंद हुए। मध्य कारोबार सत्र के दौरान यूरोपीय शेयर हरे रंग में कारोबार कर रहे थे। वहीं, गुरुवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए थे।

जून में नौ महीने के निचले स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर

शुक्रवार को एक मासिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि भारत की मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की गतिविधि जून में नौ महीने के निचले स्तर पर आ गई। कुल बिक्री और उत्पादन में भारी कीमतों के दबाव के बीच वृद्धि हुई।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.90 फीसद उछलकर 111.1 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध विक्रेता बने रहे, क्योंकि उन्होंने एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को 1,138.05 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।


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