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बाजार में निवेश के लिए क्यों जरूरी है डीमैट अकाउंट, पढ़ें इससे जुड़े अपने सभी सवालों के जवाब

आपके मन में सवाल उठना तय है कि ये डीमैट अकाउंट होता क्या है और इसके फायदे क्या है। दरअसल डीमैट को समझना और सही डीमैट खाता खुलवाना किसी भी निवेशक के लिए उसकी निवेश यात्रा की पहली और सबसे जरूरी कड़ी होता है।

By Manish MishraEdited By: Published: Thu, 16 Jun 2022 09:13 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jun 2022 02:17 PM (IST)
बाजार में निवेश के लिए क्यों जरूरी है डीमैट अकाउंट, पढ़ें इससे जुड़े अपने सभी सवालों के जवाब
Photo Credit - Demat Account for investment

नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। अगर आप शेयर बाजार के किसी जानकार से संपर्क करेंगे और इच्छा जताएंगे कि आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहतें हैं, तो आपसे पहला सवाल यही पूछा जाएगा कि क्या आपके पास डीमैट अकाउंट है, अगर आपका जवाब न है तो आपको पहली सलाह मिलेगी कि आप अपना डीमैट अकाउंट खुलवा लें उसके बाद निवेश की सलाह लें। ऐसे में आपके मन में सवाल उठना तय है कि ये डीमैट अकाउंट होता क्या है, और इसके फायदे क्या है। दरअसल डीमैट को समझना और सही डीमैट खाता खुलवाना किसी भी निवेशक के लिए उसकी निवेश यात्रा की पहली और सबसे जरूरी कड़ी होता है, क्योंकि उसके निवेश की लागत, समय के साथ मिलने वाली निवेश की सलाहें, और निवेश करने में आसानी इस बात पर निर्भर होती है उसने किसके साथ अपना खाता खुलवाया है। आज हम आपको डीमैट अकाउंट से जुड़े सभी सवालों के जवाब दे रहे हैं जिससे निवेश की इस पहले पड़ाव आप सही फैसला ले सकें।

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क्या होता है डीमैट अकाउंट?

डीमैट शब्द डीमटिरिलाइजेशन (Dematerialisation)से बना है। एनएसडीएल के मुताबिक डीमटिरिलाइजेशन एक ऐसी प्रकिया है जिसमें क्लाइंट अपने पेपर के रूप में रखे सर्टिफिकेट को इलेक्ट्रॉनिक रूप में बदलता है। यानि सिक्योरिटी सर्टिफिकेट को डिजिटल रूप में रखने की प्रक्रिया। डीमैट अकाउंट वो अकाउंट या खाता होता है जहां निवेश से जुड़े दस्तावेज डिजिटल रूप में रखे जाते हैं। ये एक बैंक खाते जैसा होता है लेकिन इसमें कैश की जगह आपके निवेश दस्तावेज जैसे शेयर, बॉन्ड आदि इलेक्ट्रॉनिक रूप जमा रहते हैं। हर ग्राहक का अपना एक अलग और खास डीमैट अकाउंट होता है, जो खास लॉगइन आईडी और पासवर्ड से सुरक्षित होता है । खरीद और बिक्री की सुविधा के लिए डीमैट अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक खाते के साथ लिंक होता है।

क्यों जरूरी होता है डीमैट खातों को गंभीरता से लेना?

देश के अधिकांश ब्रोकर और डिस्काउंट ब्रोकर ऐसे खाते खोलते हैं। ये सभी एक खास शुल्क लेकर जिसे ब्रोकरेज कहते हैं कारोबार की सुविधा देते हैं वहीं अपने खाता धारकों को निवेश सलाह, रिसर्च और अपनी खुद की सलाह के लिए टूल्स ऑफर करते हैं। अलग अलग ब्रोकर के ब्रोकरेज अलग अलग होते हैं जिससे निवेश की लागत पर असर पड़ता है। वहीं निवेश सलाहें इस बात पर तय होती हैं कि ब्रोकरेज की टीम कितनी अनुभवी है। यानि साफ है कि किसी अच्छे ब्रोकर के साथ डीमैट खुलवाने का फैसला आपकी आगे की राह आसान करेगा। 5paisa भी ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां आप अपने निवेश की लागत कम रख कर अपना मुनाफा बढ़ा सकते हैं। 5paisa बिना किसी शुल्क के ऑल इन वन अकाउंट खोलने की सुविधा देता है, जहां आप शेयर, म्युचुअल फंड, इश्योरेंस और यहां तक की सोना भी खरीद सकते हैं। वहीं ब्रोकरेज के लिए भी बेहद आकर्षक ऑफर मौजूद हैं।

कितनी तरह के होते हैं डीमैट अकाउंट?

Demat Account दो तरह के होते हैं पहला देश के नागरिकों के लिए और दूसरा प्रवासी भारतीयों के लिए। वहीं प्रवासी भारतीयों यानि एनआरआई के लिए भी दो तरह के डीमैट अकाउंट खोले जाते हैं। यानि भारत दो कैटेगरी में कुल 3 डीमैट अकाउंट की सुविधा है। सामान्य डीमैट अकाउंट भारत के नागरिक के लिए होता है। आप पैन कार्ड, बैंक खाते और जरूरी दस्तावेज के आधार पर बेहद आसानी से ये खाता खुलवा सकते हैं। वहीं एनआरआई के लिए दो खाते में से पहली तरह के खाते में एनआरआई अपने खाते से रकम देश से बाहर भेज सकता है जिसे Repatriable Demat Account कहते हैं। ऐसे खातों को खुलवाने के लिए फेमा नियमों को पूरा करना होता है। वहीं डीमैट एनआरआई के नॉन-रेजीडेंट एक्सटर्नल यानि एनआरई खाते से लिंक होता है। क्योंकि पैसों का लेने देने दो देशों के बीच हो रहा है इसलिए दोनो देशों के बीच भुगतान से जुड़े नियम भी इस खाते पर लागू होते हैं। एनआरआई के लिए जो दूसरा खाता खोला जा सकता है उसमें एनआरआई अपने पैसों को विदेश नहीं भेज सकता ऐसे खातों को Non-Repatriable Demat Account कहते हैं। इन खातों में एनआरआई को नॉन रेजीडेंट ऑर्डिनरी अकाउंट लिंक करना होता है। क्योंकि इसमें पैसे बाहर नहीं भेजे जा सकते इसलिए ऐसे अकाउंट्स के लिए नियम थोड़ा सरल होते हैं।

डीमैट अकाउंट के क्या हैं फायदे?

  • डीमैट अकाउंट आपके निवेश दस्तावेज को डिजिटल रूप में सुरक्षित रखता है जिससे इनके चोरी होने , नष्ट होने या खो जाने का जोखिम नहीं रहता।
  • अगर आपके पास पहले के share certificate हैं या फिर दूसरे निवेश दस्तावेज हैं, आप उन्हें भी digital रूप में डीमैट अकाउंट में रख सकते हैं और तनाव मुक्त हो सकते हैं।
  • इसके साथ ही डीमैट अकाउंट आपको तेजी के साथ ट्रेड करने में मदद करता है। Demat Account के ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक खाते के साथ लिंक होने की वजह से आप न केवल तेजी के साथ निवेश कर सकते हैं साथ ही आप निवेश से पैसा भी उतनी ही तेजी के साथ निकाल सकते हैं।
  • डीमैट की मदद से आप अपने निवेश को बेहद आसानी के साथ ट्रैक कर सकते हैं। वहीं बोनस शेयर, डिविडेंड, स्टॉक स्पिलिट, जैसी कई कॉर्पोरेट गतिविधियों के आधार पर आपका निवेश लगातार अपडेट होता रहता है, और आपको उसकी चिंता करने की आवश्यकता नहीं होती।
  • Demat Account ग्राहकों के लिए निवेश प्रक्रिया आसान और पारदर्शी बनाने का, ट्रांजेक्शन को तेजी के साथ पूरी करने का और आम निवेशकों के लिए डॉक्यूमेंट्स से जुड़े जोखिमों और समस्याओं को खत्म करने का कारगर तरीका है।

नोट:- यह आर्टिकल ब्रांड डेस्क द्वारा लिखा गया है। 


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