Make Small Strong: लघु-मध्यम कारोबारों के समर्थन में गूगल की पहल, जागरण का साथ !
प्रतिष्ठित बहु-राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल ने इस दिशा में एक पहल की है। गूगल ने जागरण समूह के सहयोग से मेक स्मॉल स्ट्रॉन्ग अभियान शुरू किया है। इस पहल में हम लघु-मध्यम कारोबारियों के संकट और संघर्ष में आमजनों से मिली मदद और समाधान की जीवंत कथाएं जानेंगे।
नई दिल्ली, जागरण न्यूज़ नेटवर्क। देश की जीडीपी में 29 प्रतिशत और निर्यात में 48% का योगदान देने वाले लघु-मध्यम कारोबार 11 करोड़ से अधिक लोगों को रोज़गार मुहैया कराते हैं, लेकिन कोरोना काल में यह समूह काफ़ी दबाव में है। गूगल-कंतार की रिपोर्ट बताती है कि आधे से अधिक कारोबारी लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकारें कारोबारियों को इस स्थिति से उबारने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं, लेकिन इतने भर से काम नहीं चलेगा। इसमें आप सभी का साथ चाहिए।
प्रतिष्ठित बहु-राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल ने इस दिशा में एक पहल की है। गूगल ने जागरण समूह के सहयोग से 'मेक स्मॉल स्ट्रॉन्ग' अभियान शुरू किया है। इस पहल में हम लघु-मध्यम कारोबारियों के संकट और संघर्ष में आमजनों से मिली मदद और समाधान की जीवंत कथाएं जानेंगे। हम अपने आस-पास के उन ‘लोकल हीरो’ की पहचान करेंगे, जो हमारे रोज़मर्रा की जीवन में बड़ी अहमियत रखते हैं। जो अपनी सेवा या सामानों से हमारी ज्यादातर जरूरतों को पूरा करते हैं। उनका कारोबार लॉकडाउन में प्रभावित हुआ है। उन्हें मदद चाहिए।
आइए, इन छोटे-मध्यम दुकानदारों और ग्राहकों के अटूट रिश्ते को नया मुकाम और सम्मान देने के लिए इस अभियान से जुड़ें। सहयोग सिर्फ उनसे सामान खरीदना ही नहीं, बल्कि उनके प्रति सद्भाव और सकारात्मक सुझाव भी हो सकते हैं। सहयोग से ही इस मुश्किल घड़ी में समाधान भी निकलेगा। इस अभियान में हम लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर, पटना, दिल्ली, मुजफ्फरपुर, करनाल, अलीगढ़, अमृतसर, गाज़ियाबाद आदि शहरों के इन 'लोकल हीरो' से बात करेंगे। इसमें हम अलग-अलग कारोबार, जैसे- किराना, कपड़ा, स्वीट्स-नमकीन, मेडिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, हार्डवेयर और ऑटोमोबाइल्स आदि में किये जा रहे कुछ सार्थक प्रयासों को जानेंगे। हम उनसे 20 से अधिक बिंदुओं पर सटीक, सारगर्भित और महत्वपूर्ण जानकारी भी जुटाएंगे।
कोरोना काल में कारोबारियों के सामने क्या-कैसी-कितनी मुश्किलें हैं? उनका समाज पर क्या असर होगा और इनका हल क्या है। इसमें आपकी क्या भूमिका हो सकती है? इन बिंदुओं पर स्थानीय समाधानों से जुड़ी शहरवार प्रेरक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। आपके साथ इस अभियान को शुरू करने का उद्देश्य पड़ोस के कारोबार और कारोबारियों की मदद करके खुशहाल समाज बनाना है। कहते हैं, आपकी ख़ुशी, पडोसी की ताली से पूरी होती है। आज पड़ोस के दुकानदारों को आपका साथ चाहिए। आइए, एक खुशहाल समाज बनाने की आज से ही शुरुआत करें।
गूगल - जागरण के इस अभियान से जुड़िए : अगर आपके आस-पड़ोस में ऐसे कारोबारी हैं जिनकी कहानी में मर्म है, सहयोग का भाव है, मुश्किल हालातों में समाधान निकालने की काबिलियत है तो उनके बारे में बताइए। हम उनमें से कुछ प्रेरक स्टोरी को प्रकाशित करेंगे।
(न्यूज रिपोर्ट: अनुराग मिश्रा, जागरण न्यू मीडिया)