हम रोमियो-जूलियट, फिर मिलेंगे
पीटर ने 3 जनवरी को इंद्राणी को उसके बर्थडे पर एक लेटर लिखा था। इसमें पीटर ने अपनी और इंद्राणी की जोड़ी को रोमियो और जूलियट बताते हुए उम्मीद जाहिर की थी कि वे जल्द ही फिर मिलेंगे।
पुणे। शीना बोरा मर्डर केस में आरोपी पीटर मुखर्जी भले ही बेटी के मर्डर का पूरा इल्जाम पत्नी इंद्राणी को देते रहे हों लेकिन शायद अब भी वो इंद्राणी से नफरत नहीं करते। दोनों जेल में हैं। पीटर ने 3 जनवरी को इंद्राणी को उसके बर्थडे पर एक लेटर लिखा था। इसमें पीटर ने अपनी और इंद्राणी की जोड़ी को रोमियो और जूलियट बताते हुए उम्मीद जाहिर की थी कि वे जल्द ही फिर मिलेंगे।
- एक अंग्रेजी अखबार ने पीटर के इंद्राणी को लिखे लेटर की जानकारी दी है।
- लेटर में पीटर ने इंद्राणी को मुमु कहा है। उन्होंने लिखा- आज का दिन (3 जनवरी) तुम्हारी और मेरी जिंदगी में बेहद खास है। जब से हम मिले हैं तब से हमने तुम्हारा हर बर्थडे साथ मनाया है। लेकिन यह पहला मौका है जब हम बेहद करीब होते हुए भी बेहद दूर हैं। आज का दिन बेहतर बीते, यही गुजारिश है।
- यह लेटर एक पेज का है और हाथ से लिखा गया है। इसमें आगे लिखा है- ये याद रखना कि मैं तुम्हें हर पल याद करता हूं। प्रेयर करो कि ये बुरा वक्त भी अच्छे में बदल जाए। मुझे उम्मीद है कि ये लेटर तुम तक पहुंच जाएगा। तुम्हें खुशी मिलेगी।
मैं रोमियो तुम जूलियट
- पीटर ने आगे लिखा- भगवान महान है और यह वक्त भी गुजर जाएगा। हम रोमियो और जूलियट की तरह फिर मिलेंगे और एक-दूसरे को देखेंगे। आज इमोश्नल होने की जरूरत नहीं है। आज मुस्कराओ। तुम मेरा प्यार हो। उम्मीद करता हूं कि यह साल 2015 से ज्यादा बेहतर बीतेगा।
- पीटर ने लिखा- यह केवल आज के लिए एक शॉर्ट नोट है जो बर्थडे के लिए है। तुम्हे प्यार किस। मैं नहीं जानता कि इसके अलावा मैं और क्या कर सकता हूं। फूल या केक नहीं भेज सकता। लेकिन ये नोट दिल से लिखा गया है। और एक ऐसे आदमी ने लिखा है जो अपनी पत्नी से बहुत प्यार करता है।
लेकिन, अगले दिन क्या नया हुआ?
- खास बात ये है कि यह लेटर 3 जनवरी को लिखा गया और अगले ही दिन यानी 4 जनवरी को पीटर मुखर्जी की बेल एप्लीकेशन कोर्ट में दायर की गई।
- एप्लीकेशन में शीना के मर्डर का पूरी इल्जाम इंद्राणी पर ही लगाया गया था।
- बता दें कि मंगलवार (3 अप्रैल) को भी पीटर ने बेल मांगी थी लेकिन सीबीआई ने इसका विरोध करते हुए दलील दी कि शीना मर्डर केस में पीटर भी शामिल हैं। उन्हें पूरी साजिश की जानकारी थी।
- इस बीच, खबर है कि सीबीआई बायकुला जेल में इंद्राणी से फिर पूछताछ करने वाली है। सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसी को कुछ नए सबूत मिले हैं और वह चार दिन तक इंद्राणी से पूछताछ करना चाहती है।
यह है पूरा मामला?
- शीना बोरा स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी मुखर्जी की बेटी थी। इंद्राणी पर शीना के मर्डर का आरोप है। इंद्राणी शीना को अपनी छोटी बहन बताती थी।
- शीना के मर्डर का राज तब सामने आया, जब इंद्राणी के ड्राइवर श्यामवीर को मुंबई पुलिस ने किसी दूसरे केस में अरेस्ट किया, लेकिन पूछताछ में उसने शीना बोरा मामले का भी खुलासा कर दिया।
-जांच में श्यामवीर ने बताया कि 24 अप्रैल, 2012 को इंद्राणी ने बेटी शीना को फोन करके नेशनल कॉलेज बुलाया। शीना उस समय पीटर मुखर्जी (इंद्राणी के मौजूदा पति) के बेटे राहुल मुखर्जी के साथ लिव-इन रिलेशन में थी।
- मां का फोन आने के बाद शीना को छोड़ने के लिए राहुल ही गया। राहुल उसे छोड़कर चला गया। इसके बाद इंद्राणी ने शीना को कार में बैठने के लिए कहा। उस वक्त कार में उसके साथ ड्राइवर और पूर्व पति संजीव खन्ना भी था।
- जब शीना ने कार में बैठने से मना किया तो इन लोगों ने उसे जबरदस्ती कार में बैठाया। आरोप है कि कार में ही हुई कहा-सुनी के बाद तीनों ने गला दबाकर उसे मार डाला। इसके बाद शीना की लाश को कार में रखकर इंद्राणी घर आ गई।
- जिस कार में शव रखा था, वह रात भर पीटर के गैराज में रही। अगली सुबह 25 अप्रैल को हत्या के तीनों आरोपी फिर जुटे। बॉडी को लेकर रायगढ़ के जंगलों में पेण के पास गए। पहले बॉडी को पेट्रोल डालकर जलाया गया और उसके बाद उसे वहीं दफना दिया गया।
- जब श्यामवीर की गिरफ्तारी हुई थी, तब उसने बताया कि 2012 में उसने पेण के जंगलों में शव को दफनाया था। पुलिस को माैके से एक बॉडी के अवशेष मिले थे। इन्हें फोरेंसिक टेस्ट के लिए भेजा गया था। जांच होने और डीएनए मिलने के बाद खुलासा हुआ कि रायगढ़ के जंगल से मिली बॉडी शीना की है।
कौन थी शीना?
- इंद्राणी मुखर्जी के बेटी शीना का जन्म 1988 में गुवाहाटी में हुआ। शीना ने अपने स्कूल की पढ़ाई गुवाहाटी के डिज्नीलैंड हाई स्कूल से की।
- इसके बाद वो अपनी मां के साथ मुंबई आ गई।
- यहां इंद्राणी ने अपने पति पीटर मुखर्जी को बताया कि वह उनकी बहन है।
- मुंबई आने के बाद शीना अपनी मां इंद्राणी के घर के पास ही पीजी में रहने लगी।
- शीना के सेंट जेवियर कॉलेज में एडमिशन के लिए पीटर मुखर्जी ने मदद की थी।