स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लॉन्च, मोदी बोले- शहरों में है गरीबी को पचाने की ताकत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स को लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि अर्बनाइजेशन को बड़ा संकट माना गया है, लेकिन मेरा सोचना अलग है।
पुणे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स को लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि अर्बनाइजेशन को बड़ा संकट माना गया है, लेकिन मेरा सोचना अलग है। शहरों में गरीबी को पचाने की ताकत होती है। हमें इसमें अवसर की तलाश करनी चाहिए। पीएम ने इसे बहुत बड़ा आंदोलन बताया। बता दें कि 'स्मार्ट सिटी चैलेंज कॉम्पिटीशन' के पहले फेज के लिए चुने गए 20 शहरों में ये प्रोजेक्ट्स शुरू होंगे। इनमें 48 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट होगा।
मोदी ने कहा- " हमारे देश में ऐसा तो नहीं है कि पहले कोई काम नहीं होता था। ऐसा भी नहीं है कि सरकारें बजट खर्च नहीं करती थीं। इसके बावजूद भी दुनिया के कई देश हमारे बाद आजाद हुए। बहुत ही कंगाल थे। लेकिन वह आर्थिक बदहाली से बाहर आए।" " क्या वजह है कि कम समय में दुनिया के कई देश हमसे आगे निकल गए। लेकिन हम ऐसा नहीं कर पाए।" " आने वाले दिनों में एक बड़े बदलाव का काम होने वाला है।" " हमें यह काम जनभागीदारी से शुरू करना होगा।" "अगर एक बार देश के सवा सौ करोड़ लोग अपनी ताकत को झोंक दें, तो किसी भी सरकार की जरूरत नहीं होगी।"
पीएम मोदी ने कहा- " सभी के मन में अपने शहर को नंबर वन बनाने की इच्छा है।" "अर्बनाइजेशन को बड़ा संकट माना गया है, लेकिन मेरा सोचना अलग है। हमें इसे मौके के तौर पर समझना चाहिए। अवसरों को तलाशना जरूरी है।" "गरीबी पचाने की सबसे बड़ी ताकत शहरों में होती है। जहां ज्यादा गरीबी होती है, वहां से लोग निकलकर शहर पहुंचते हैं। उन्हें शहर में काम मिलने की उम्मीद होती है।"
अरबन डेवलपमेंट मिनिस्टर वेंकैया नायडू ने कहा- " MODI का मतलब मेकिंग आॅफ डेवलपिंग इंडिया है।"
" देश की कई बेहतरीन योजनाओं की शुरुआत पुणे से हुई है। इसलिए हमने इसके लिए पुणे को सिलेक्ट किया। " " तिलक के स्वराज से लेकर, तुकाराम, महात्मा फुले तक कई आंदोलन यहीं से हुए।"
- " यह अरबन डेवलपमेंट का एेतिहासिक दिन है। यह प्रोजेक्ट भी यहां से शुरू हो रहा है।"
- आम लोगों की सुझाई गई डिजाइन उनकी स्मार्ट सिटी में शामिल की जाएंगी।
- कॉम्पिटीशन जीतने वालों को 10,000 से 1,00,000 रुपए तक के अवॉर्ड दिए जाएंगे।
इन फैसिलिटीज से लैस होंगी स्मार्ट सिटी
वर्ल्ड क्लास ट्रांसपोर्ट सिस्टम। 24 घंटे बिजली-पानी की सप्लाई। सरकारी कामों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम। एक जगह से दूसरे जगह तक 45 मिनट में जाने की व्यवस्था।
एन्वायरन्मेंट फ्रैंडली। बेहतर सिक्युरिटी और एंटरटेनमेंट की फैसिलिटीज।
बजट में हुआ था एलान
स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सबसे पहले मोदी सरकार के पहले बजट में घोषणा की गई थी। बजट में 7060 करोड़ रुपए का फंड भी अलॉट किया गया था।