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मर्यादा भूले शिवसैनिक, राणे से कहा राजनीति छोड़ बेचो मुर्गियां

महाराष्ट्र विधानसभा की बांद्रा सीट पर हुए उप चुनाव में शिवसेना की उम्मीदवार तृप्ति सावंत को जीत मिली है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार नारायण राणे को लगभग 19 हजार वोटों से हराया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 16 Apr 2015 03:40 AM (IST)Updated: Thu, 16 Apr 2015 09:27 AM (IST)
मर्यादा भूले शिवसैनिक, राणे से कहा राजनीति छोड़ बेचो मुर्गियां

पुणे, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा की बांद्रा सीट पर हुए उप चुनाव में शिवसेना की उम्मीदवार तृप्ति सावंत को जीत मिली है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार नारायण राणे को लगभग 19 हजार वोटों से हराया है। शिवसेना की इस जीत से उत्साहित शिवसैनिकों ने कांग्रेस नेता नारायण राणे के घर के बाहर जश्न मनाने का प्रयास किया। इस दौरान उनकी हलकी झड़प कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी हुई।

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जीत से उत्साहित शिवसैनिकों ने मुंबई, पुणे और महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों में ढोल नगाड़े और पटाखों संग जश्न मनाया। इस जश्न के दौरान कुछ जगहों पर एक अनोखा नजारा भी देखने को मिला। कुछ शिवसेना समर्थकों ने सारी मर्यादाओं को ताख पर रखते हुए नारायण राणे को मुर्गी चोर कहकर भी संबोधित किया और अपने हाथों में मरे हुए मुर्गों को लेकर प्रदर्शन भी किया।

शिवसेना ने मुर्गे बेचने की सलाह दी

शिवसेना नेता विनायक राउत ने कहा कि, नारायण राणे और उनका बेटा बार-बार चुनाव हार जाता है इसलिए उन्हें राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए और फिर से मुर्गे बेचने का काम शुरू कर देना चाहिए। राजनीतिक गलियारे में राणे की हार को उनके खत्म होते करियर से जोड़ कर देखा जा रहा है। इस सीट पर मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुसलिमीन (एआईएमआईएम) के राजा राहबर खान तीसरे स्थान पर रहे।

शिवसेना की इस जीत पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसैनिक कभी भी जीत से बौखलाते नहीं है। बालासाहब ठाकरे द्वारा दी गई सीख के अनुसार ही शिवसैनिकों का बर्ताव होना चाहिए। शिवसैनिक बाघ है, वह खुद चलकर किसी पर हमला नहीं करते, लेकिन उनपर हमला करनेवाले को वह कभी नहीं छोड़ते। अगर कोई छाती फुलाकर हमसे लडऩे के लिए आता है, तो उसे हम छोड़ते नहीं।

राणे ने ली हार की जिम्मेदारी

अपनी हार पर नारायण राणे ने कहा है कि इस हार के लिए मैं जिम्मेदार हूं। इसलिए इसके लिए किसी और जिम्मेदार ठहराया नहीं जा सकता। मुर्गी बेचने की सलाह देने वाले शिवसैनिकों पर राणे ने कहा कि मेरी हार हुई है लेकिन शिवसेना का मुझे क्या करना है यह बताने का अधिकार नहीं है। शिवसेना ने धार्मिकता की राजनीति की है। जिन लोगों ने मुझे मतदान किया उनका मैं आभारी हूं। आगे राणे ने कहा कि इस चुनाव क्षेत्र के ज्यादातर मतदाताओं को विकास नहीं चाहिए था इसलिए उन्होंने मुझे चुना नहीं।

बांद्रा पूर्व सीट शिवसेना के कद्दावर नेता और विधायक बाला सांवत के निधन के चलते खाली हुई थी।


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