शुगर इंडस्ट्री के समर्थन में शरद पवार
पिछले 20 सालों से मराठवाड़ा में शुगर फैक्टरीज चल रही है, लेकिन गन्ने की खेती की वजह से सूखे की आफत आई यह निष्कर्ष निकालने के लिए मैं राजेंद्र सिंह नहीं हूं। यह कहना है एनसीपी प्रमुख शरद पवार का।
पुणे। पिछले 20 सालों से मराठवाड़ा में शुगर फैक्टरीज चल रही है, लेकिन गन्ने की खेती की वजह से सूखे की आफत आई यह निष्कर्ष निकालने के लिए मैं राजेंद्र सिंह नहीं हूं। यह कहना है एनसीपी प्रमुख शरद पवार का।
- पुणे में मराठवाड़ा के सूखा पीडित लोगों को मदद को लेकर शरद पवार की अध्यक्षता में राज्यभर की शुगर फैक्टरीज के चेयरमेंन की बैठक का आयोजन किया था। इसके बाद पवार ने मीडिया से बात की।
- गन्ने की खेती पर पाबंदी को लेकर पूछे गए सवाल पर पवार ने कहा कि, गन्ने की खेती की वजह से सूखे की स्थिति पैदा हुई यह कहना गलत है। जल विशेषज्ञ और पर्यावरण वादियों को सूखा की स्थिति पैदा शुगर इंडस्ट्री और गन्ने की खेती दिखाई देती है।
-इससे पहले मैंने मेरे कार्यकाल में सूखे की स्थिति में जिम्मेदारी संभाली थी लेकिन इस बार पानी की किल्लत की वजह से किसानों पर गहरा असर हुआ है। पहले अनाज की कमी थी लेकिन इस बार पानी की कमी है। इससे लोगों तक ट्रेन से पीने का पानी पहुंचाने की नौबत आ गई है।
- राज्य की सभी शुगर फैक्टरीज दस-दस लाख रुपए सूखा पीडित मराठवाड़ा मे जलसंवर्धन के कामों को लिए देने वाली हैं।