अब पुणे में 'कोयटा' खरीदने के लिए आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य, अपराध में बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए लिया फैसला
Maharashtra News महाराष्ट्र के पुणे में हाल में असामाजिक तत्वों द्वारा लोगों को आतंकित करने और उन पर हमला करने के लिए ‘कोयटा’ या बिलहुक के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए पुलिस ने शहर में कृषि उपकरणों के विक्रेताओं को खरीदारों की एक सूची बनाए रखने का निर्देश दिया है।
पुणे, एजेंसी। महाराष्ट्र के पुणे में हाल में असामाजिक तत्वों द्वारा लोगों को आतंकित करने और उन पर हमला करने के लिए ‘कोयटा’ या बिलहुक के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए पुलिस ने शहर में कृषि उपकरणों के विक्रेताओं को खरीदारों की एक सूची बनाए रखने का निर्देश दिया है। एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि उनके आधार कार्ड के विवरण को नोट करके ऐसे उपकरण खरीदने वालों का रिकॉर्ड रखना अब अनिवार्य होगा।
यह कदम नाबालिगों सहित बदमाशों की घटनाओं में तेजी के मद्देनजर उठाया गया है, जिसमें कोयटा से लोगों पर हमला करना और उन्हें आतंकित करना शामिल है। पिछले कुछ महीनों में तथाकथित 'कोयटा गिरोह' के सदस्यों द्वारा बिलहुक दिखाकर लोगों को डराने-धमकाने की कई घटनाएं सामने आई हैं, खासकर पुणे शहर के बाहरी इलाकों में।
खरीद के समय कोयटा के खरीदारों की पहचान दर्ज करना अनिवार्य
पुलिस उपायुक्त (अपराध) अमोल ज़ेंडे ने कहा, 'हमने जोनल डीसीपी से अपने क्षेत्रों में कृषि उपकरणों के खुदरा विक्रेताओं को निर्देश देने के लिए कहा है कि वे खरीद के समय कोयटा के खरीदारों की पहचान दर्ज करना सुनिश्चित करें।'
उन्होंने कहा कि कृषि उपकरणों के विक्रेताओं को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि किशोर कोयटा न खरीदें।
ज़ेंडे ने कहा, 'उन्हें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि उपकरण केवल कृषि और अन्य वैध उद्देश्यों के लिए बेचे जा रहे हैं।' उनके अनुसार, पुलिस ने कई असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई की है जो लोगों को आतंकित करने के लिए बिलहुक का इस्तेमाल करते पाए गए थे।
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