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नेशनल फिल्म आर्काइव जैसी संस्थाएं देश भर में स्थापित होनी चाहिए : कमल हसन

फिल्म कल्चर और उसके इतिहास को बचाने के लिए पुणे में मौजूद नेशनल फिल्म आर्काइव जैसी संस्थाएं पूरे देश में स्थापित होनी चाहिए। यह कहना है फेमस एक्टर कमल हसन का।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 08 Mar 2016 04:48 AM (IST)Updated: Tue, 08 Mar 2016 04:57 AM (IST)
नेशनल फिल्म आर्काइव जैसी संस्थाएं देश भर में स्थापित होनी चाहिए : कमल हसन

पुणे। फिल्म कल्चर और उसके इतिहास को बचाने के लिए पुणे में मौजूद नेशनल फिल्म आर्काइव जैसी संस्थाएं पूरे देश में स्थापित होनी चाहिए। यह कहना है फेमस एक्टर कमल हसन का। वे फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन की ओर से नेशनल फिल्म आर्काइव (NFI)और इंटरनेशनल फेडरेशन आॅफ फिल्म आर्काइव के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दस दिवसीय वर्कशाप के समापन के मौके पर बोल रहे थे।

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- कमल हसन ने कहा, ''पी के नायर के प्रति मेरा प्रेम और उनके द्वारा जो मार्गदर्शन मिला इसकी वजह से मैं आज खास इस कार्यक्रम के लिए पहुंचा हूं।"

- "नायर साहब ने हम जैसे लोगों को एनएफआई से जुड़ी बातें बताई और उनके सहयोग से आज मैं फिल्म लवर से फिल्म डायरेक्टर तक का पहुंचा हूं।"

- "पुरानी फिल्में और उन्हें बनाने के लिए इस्तेमाल की गई तकनीक की जानकारी नई पीढ़ी को देने के लिए इस प्रकार के वर्कशाप जरुरी है।''

- इस कार्यक्रम में मंच पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव सुनील अरोरा, क्रिस्टॉफ ट्युकर, फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के संस्थापक संचालक शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर और एनएफआई के संचालक प्रकाश मखदूम मौजूद थे।

- इस वर्कशाप में 48 लोग शामिल हुए थे। वर्कशाप में फिल्मों का जतन और संवर्धन को लेकर तकनीक की जानकारी दी गई।

- कार्यक्रम के अंत में कमल हसन के हाथों प्रमाण पत्र देकर कई लोगों को सम्मानित किया गया।


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