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Heavy Rain In Pune: महाराष्ट्र में पुणे के कुछ हिस्सों में भारी बारिश

Heavy Rain In Pune भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के मुताबिक अगले छह दिनों तक पुणे-शिवाजीनगर क्षेत्र में हल्की बारिश के साथ बादल छाए रहने की संभावना है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 06:15 PM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 06:15 PM (IST)
Heavy Rain In Pune: महाराष्ट्र में पुणे के कुछ हिस्सों में भारी बारिश
Heavy Rain In Pune: महाराष्ट्र में पुणे के कुछ हिस्सों में भारी बारिश

पुणे, एएनआइ। महाराष्ट्र में पुणे शहर के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को भारी बारिश हुई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के मुताबिक, अगले छह दिनों तक पुणे-शिवाजीनगर क्षेत्र में हल्की बारिश के साथ बादल छाए रहने की संभावना है। इससे पहले अगस्त के आखिरी हफ्ते में भारी बारिश के कारण महाराष्ट्र के कई इलाके जलमग्‍न हो गए थे। बाढ़ प्रभावित भंडारा शहर में रविवार रात को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम ने पांच बच्चों और एक गर्भवती महिला सहित 43 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्‍थान तक पहुंचाया। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने और अन्‍य राहत कार्यों में लग गई। बारिश के कारण कई इलाके जलमग्‍न हो गए। घरों और खेतों को काफी नुकसान हुआ। 

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महाराष्ट्र के पूर्व विदर्भ में कई जिलों में बाढ़ आ गई है। इसमे नागपुर, चंद्रपुर, भंडारा और गढ़चिरौली शामिल है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है। कई रास्ते बंद हो गए हैं। महाराष्ट्र में नागपुर जिले के रामटेक में रविवार को भारी बारिश के चलते पुल का एक हिस्सा ढह गया। पुल ढह जाने ने आवागमन बाधित हो गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस पुल के टूट जाने से ये क्षेत्र इलाकों से कट गया है। नदी में आई बाढ़ के कारण भी कई गांव प्रभावित हुए। स्‍थानीय निवासी महादेव लक्ष्मण शिंदे ने बताया कि स्थिति अब गंभीर है, हालांकि, प्रशासन अपनी ओर से हरसंभव मदद कर रहा है। नदी का पानी बहुत गहरा है, प्रशासन ने कल नावों का उपयोग करते हुए कुछ लोगों को बचाया था।

रामटेक के विधायक आशीष जायसवाल ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि अगर मध्य प्रदेश से महाराष्ट्र सरकार को बाढ़ की चेतावनी मिली है। उन्होंने कहा अगर ऐसा है तो बाढ़ से बचाव के लिए और अधिक सक्रिय उपाय किए जाने चाहिए थे। विधायक जायसवाल ने बताया कि मध्य प्रदेश में नदी के जलग्रहण क्षेत्र में भारी वर्षा हुई है इसलिए इसने बांध से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा है बढ़ते जल स्तर ने नदी के पास स्थित गांवों के कई घरों को प्रभावित किया है जिसका असर हजारों लोगों पर पड़ा है। उन्होंने कहा कि पुल का निर्माण 2015 और 2018 के बीच किया गया था। यह आदिवासी समुदायों के कई गांवों को जोड़ता था। मैंने इसके टूटने पर जांच करने के लिए कहा है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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