पुणे : घर पर हुई कोरोना संक्रमित की मौत, एंबुलेंस नहीं मिली तो ठेले पर रखकर शमशान ले गए शव
यह शख्स भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में रहता था जहां एंबुलेंस पहुंचना नामुमकिन था और ना ही शव को कंधे पर अर्थी पर ले जाने की अनुमति थी इसलिए उसे ठेले पर रखकर शमशान घाट तक ले जाया गया।
पुणे, एएनआइ। पुणे में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक कोरोना संक्रमित के शव को ठेले पर रखकर शमशान घाट तक ले जाया गया। दरअसल यह शख्स जिस गांव में रहता था वहां तक एंबुलेंस पहुंचना नामुमकिन था और ना ही शव को कंधे पर अर्थी पर ले जाने की अनुमति थी इसलिए उसे ठेले पर रखकर शमशान घाट तक ले जाया गया।
यह मामला शुक्रवार को पुणे के खानापुर गांव का है। पुणे के जिला परिषद आयुष प्रसाद ने बताया कि संक्रमित को सांस की शिकायत पर नावल अस्पताल ले जाया गया था। मरीज की रिपोर्ट भी नहीं आई थी और वह अस्पताल में भर्ती होने से इनकार करने लगा और बिना किसी को बताए अपने घर वापस चला गया। उन्होंने बताया कि यह पहला मामला है जब किसी कोरोना संक्रमित की मौत उसके घर पर हुई है।
इसके बाद उन्होंने आगे बताया कि वह शख्स काफी भीड़भाड़ वाले इलाके में रहता था जहां तक एंबुलेंस पहुंच पाना मुश्किल था और शमशान घाट भी उसके घर से 500-700 मीटर दूर है। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से संक्रमित के शव को कंधों पर रखकर शमशान घाट तक ले जाने की अनुमति भी नहीं दी गई थी। इस वजह से उसके शव को ठेले पर रखकर ले जाया गया। मामलों में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
वहीं, गांव के सरपंच निलेश जावलकर का कहना है कि संक्रमित की मौत इसलिए हुई क्योंकि उसको किसी भी अस्पतला में बेड नहीं मिल सका था और जब उसकी हालत बिगड़ी तो हमने एंबुलेंस बुलाई लेकिन यहां कोई एंबुलेंस नहीं पहुंची।
महाराष्ट्र में 22 हजार से अधिक नए केस
महाराष्ट्र में कोरोना का कहर कम नहीं हो रहा। हालांकि, एक दिन पहले के मुकाबले राज्य में कुछ कम 22 हजार नए मामले सामने आए और मरीजों का आंकड़ा 10.37 लाख को पार कर गया है। वहीं, देश में चार दिनों के बाद आज कोरोना वायरस के 95 हजार से कम मामले सामने आए हैं। नए मामलों के मिलेने के बाद वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 47 लाख को पार कर गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 77.88 फीसद हो गई है। हालांकि, महामारी से अब तक 78 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।