युवा एथलीट ने जहर खाकर की आत्महत्या
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके युवा एथलीट आकाश उके ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है। पुलिस जांच में जुटी है।
नागपुर। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके युवा एथलीट आकाश उके ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है। पुलिस जांच में जुटी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार रात करीब एक बजे इमामवाड़ा क्षेत्र के हजारेवाडी वकीलपेठ सिरसपेठ निवासी ज्ञानेश्वर उके के पुत्र आकाश उके (22) ने खुदकुशी कर ली। उसे बेहोशी की हालत में देखने पर परिजनों ने तत्काल मेडिकल अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक जांच के दौरान ही उसे मृत घोषित कर दिया गया।
घटना की सूचना मिलने पर एपीआई बेले ने फिलहाल आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल है। इस उदीयमान खिलाड़ी की आत्महत्या के बाद तरह-तरह की चर्चाएं हैं। आकाश के पिता ज्ञानेश्वर उके कैटरिंग व्यवसाय से जुड़े हैं। आकाश का बड़ा भाई महेश शहर के एक सराफा व्यवसायी के यहां काम करते हैं।
आकाश एक होनहार िखलाडी था। वह काफी नाम कमा चुका था। लोग उसे उसके नाम से पहचानने लगे थे। शुरुआती दौर में आकाश 5 हजार और 10 हजार मीटर स्पर्धा में दौड़ता था। पिछले 3 वर्ष से वह हाफ मैराथॉन व क्राॅस कंट्री स्पर्धा में हिस्सा ले रहा था। उसने कोलकाता में अंतरराष्ट्रीय मैराथन स्पर्धा में भी बाजी मारी थी। अब तक आकाश ने 10 राष्ट्रीय स्पर्धा में भाग लेकर नाम रोशन कर चुका है।
शुरुआत में आकाश के प्रशिक्षक के रूप में एस.जे. एंथनी उसे प्रशिक्षण िदया करते थे। उसके बाद वह नव महाराष्ट्र एथलेटिक्स क्लब में अण्णा काने के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लेता था। पिछले कुछ समय से वह स्वतंत्र रूप से काम कर रहा था। आकाश स्टाइलिश एथलीट के रूप में काफी प्रसिद्ध था। आकाश उइके ने पिछले ही साल कोलकाता में आयोजित इंटरनेशनल मैराथॉन के भारतीय वर्ग में 21 िकलोमीटर की दौड़ में पहला स्थान हासिल िकया था। 12वीं कक्षा में आकाश को 63 फीसदी अंक आए थे।
कोलकाता, हैदराबाद, बंगलूरू, सूरत, पुणे, नाशिक में हुई राज्य व राष्ट्रीय स्तर की मैराथन व क्रॉस कंट्री स्पर्धा में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक भी जीता है। उसे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्वराज्य दौड़ स्पर्धा में बेहतर प्रदर्शन के लिए सम्मानित भी किया था। आकाश को उसके दोस्त केबिन और केऊ के नाम से भी बुलाते थे।