Everesting Running Challenge: ठाणे की एथलीट एवरेस्ट रनिंग चैलेंज पूरा करने वाली पहली भारतीय महिला बनी
Maharashtra ठाणे की एक एथलीट माहीजबिन एस अजमानवाला एवरेस्ट रनिंग चैलेंज को पूरा करने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं जबकि एक भारतीय व्यक्ति ने इसे सबसे तेजी से पार कर एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित किया।
मुंबई, आइएएनएस। Maharashtra: महाराष्ट्र में ठाणे की एक एथलीट एवरेस्ट रनिंग चैलेंज (ईआरसी) को पूरा करने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं, जबकि एक भारतीय व्यक्ति ने इसे सबसे तेजी से पार कर एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित किया। सोमवार को आयोजकों ने यह जानकारी दी। ईआरसी को पूरा पांच एथलीट्य ने शुक्रवार शाम को रायगढ़ से की थी। शनिवार देर रात दो बजे तक पूरा कर लिया गया। 37 साल की माहीजबिन एस अजमानवाला पहली भारतीय महिला बनी, जिन्होंने यह रेस पूरी की। 29 वर्षीय प्रशिक्षक मनीष जायसवाल ने शनिवार की देर रात तक इसे पार कर एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।
स्नेल्स2बोल्ट ने नामक फिटनेस ग्रुप ने इसे कराया। ईआरसी की मुश्किक ट्रायल में प्रतिभागियों को 8,849 मीटर (8.85 किमी) की ऊंचाई या माउंट की ऊंचाई के बराबर दौड़ना होता है। ईआरसी के लिए इस बार माथेरान की पहाड़ी को चुना गया था। जिसकी ऊंचाई 700 मीटर है। यहां प्रतिभागी को 6.70 किमी तक ऊपर चढ़ना था और फिर लौटकर नीचे आना था। ऐसा माउंट एवरेस्ट की दूरी के बराबर कम से कम 14-15 बार करना था। आईटी इंजीनियर जायसवाल ने 91 किमी की दूरी को 18 घंटे और 58 मिनट में पूरा कर नया रिकॉर्ड बनाया। अजमानवाला ने 92 किमी की दूरी और 9,948 मीटर एलिवेशन को 34 घंटे और 29 मिनट में पूरा किया। तीन अन्य जिन्होंने शुक्रवार को ईआरसी की शुरुआत की थी, वो इसे नहीं पूरी कर सके।
गौरतलब है कि एवरेस्ट समेत विश्व की सात सबसे ऊंची पर्वत चोटियों को फतह करने वाली पर्वतारोही जुड़वा बहनों ताशी मलिक और नुंग्शी मलिक के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। उन्हें लंदन की संस्था 21वीं सदी की आइकन पुरस्कार समिति ने 21वीं सेंचुरी इंसपिरेशन अवॉर्ड 2020 से सम्मानित किया था। संस्था ने ताशी-नुंग्शी को लंदन से यह अवार्ड ऑनलाइन प्रदान किया। यह अवार्ड अगली पीढ़ी के लिए प्रेरक कार्य करने वालों को दिया जाता है।