संप्रग कार्यकाल में भी चार बार हुई सर्जिकल स्ट्राइक : पवार
गुलाम कश्मीर में सेना की कार्रवाई को लेकर चल रही तीखी बहस के बीच गुरुवार को पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार ने संप्रग कार्यकाल में चार बार सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने का दावा किया। उधर, पूर्व डीजीएमओ ने पवार के दावे को नकार दिया है।
नागपुर, प्रेट्र। गुलाम कश्मीर में सेना की कार्रवाई को लेकर चल रही तीखी बहस के बीच गुरुवार को पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार ने संप्रग कार्यकाल में चार बार सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने का दावा किया। उधर, पूर्व डीजीएमओ ने पवार के दावे को नकार दिया है।
राकांपा नेता पवार ने कहा, 'जब हम (संप्रग सरकार) सत्ता में थे, तब गुलाम कश्मीर में चार बार सर्जिकल स्ट्राइक हुई, लेकिन हमने कभी भी इसे सार्वजनिक नहीं किया।' हालांकि सर्जिकल स्ट्राइक के लिए उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार को बधाई दी, लेकिन सेना की कार्रवाई सार्वजनिक करने के सरकार के कदम की आलोचना की। यहां पार्टी के एक सम्मेलन में उन्होंने कहा कि कुछ चीजें सार्वजनिक नहीं की जानी चाहिए। हमारी सरकार ने भी म्यांमार में सर्जिकल स्ट्राइक की, लेकिन हमारी कार्रवाई एक दायरे में थी और हमने कभी भी इसका ढिंढोरा पीटने की कोशिश नहीं की।
पहले नहीं हुई सर्जिकल स्ट्राइक :
उधर, नई दिल्ली में पूर्व डीजीएमओ विनोद भाटिया ने कहा कि गुलाम कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक पहली बार की गई है और ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान ने हमारे धैर्य की सीमा को तोड़ दिया था। इसका उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा।Ó कांग्रेस ने भी दावा किया है कि संप्रग के शासनकाल में भी इस तरह की सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। भाटिया ने कहा कि वो ऑपरेशन थे, लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई थी। लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) विनोद भाटिया मनमोहन सरकार के दूसरे कार्यकाल में 2012 से 2014 तक डीजीएमओ थे।