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अंबाझरी में लगी स्वामी विवेकानंद की मूर्ति, अगस्त में लोकार्पण

अंबाझरी ओवरफ्लो टी-प्वाइंट पर मनपा सत्तापक्ष का बहुप्रतीक्षित प्रकल्प, स्वामी विवेकानंद स्मारक साकार होने की दिशा में आगे बढ़ चला हैं। रविवार को स्मारक पर स्वामी विवेकानंद की 21 फीट ऊंची मूर्ति की स्थापना की गई। स्मारक सहित मूर्ति की ऊंचाई 51 फीट होगी।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 05 Apr 2016 03:56 AM (IST)Updated: Tue, 05 Apr 2016 04:07 AM (IST)
अंबाझरी में लगी स्वामी विवेकानंद की मूर्ति, अगस्त में लोकार्पण

नागपुरअंबाझरी ओवरफ्लो टी-प्वाइंट पर मनपा सत्तापक्ष का बहुप्रतीक्षित प्रकल्प, स्वामी विवेकानंद स्मारक साकार होने की दिशा में आगे बढ़ चला हैं। रविवार को स्मारक पर स्वामी विवेकानंद की 21 फीट ऊंची मूर्ति की स्थापना की गई। स्मारक सहित मूर्ति की ऊंचाई 51 फीट होगी।

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रविवार सुबह 6 बजे से मूर्ति स्थापना की प्रक्रिया शुरू की गई। लगभग शाम तक यह काम चला। हालांकि मूर्ति लगने के बाद अभी सौंदर्यीकरण का काम शेष है। इस काम को और 3 से 4 महीने लगने की संभावना है। अगस्त तक इसके लोकार्पण की उम्मीद है।

3 करोड़ रुपए की लागत से यह स्मारक बन रहा है। वह दिन दूर नहीं जब आपको अंबाझरी में कन्याकुमारी के दर्शन होंगे। कन्याकुमारी में जिस तरह सूर्यास्त का नजारा दिखता है, हू-ब-हू उस नजारे को स्मारक के पीछे उतारने की तैयारी चल रही है। इसके लिए स्मारक के पीछे दर्शक दीर्घा होगी। यहां चढ़कर लोग तालाब में सूर्यास्त का नजारा देख सकेंगे।


अपने-आप में अनोखा

स्वामी विवेकानंद स्मारक सत्तापक्ष का ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है। यह स्मारक अपने-आप में अनोखा है। स्मारक के लिए पैडेलस्टोन और रिटेनिंग वॉल का काम पूरा हो गया है। पानी को दूषित होने से रोकने के लिए यहां बांध भी बनाया गया है, जो पानी को स्थिर या गंदा नहीं होने देगा।

लगभग 3 फीट तक पानी इसमें रहेगा और 365 दिन यह पानी बहते रहेगा। इसमें अब म्यूजिकल फाऊंटेन भी जुड़ गया है। लैंडस्केप को भी मंजूरी प्रदान की गई है। सत्तापक्ष नेता दयाशंकर तिवारी ने इसकी संकल्पना रखी थी।

स्थायी समिति अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने यह योजना लाई थी। फिल्म अभिनेत्री व निर्माता रेवती ने प्रोजेक्ट में दिलचस्पी दिखाई है। हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। दिल्ली के मूर्तिकार रामसुतार ने विवेकानंद की मूर्ति तैयार की है।

रामसुतार को मूर्तिकला के लिए पद्मश्री पुरस्कार मिल चुका है। हाल में कला संचालनालय की एक टीम दिल्ली गई थी। कला संचालनालय की मंजूरी मिलने के बाद मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई है।

हालांकि 12 जनवरी यानी विवेकानंद जयंती पर ही इस स्मारक का लोकार्पण होना था, किन्तु अनेक कार्य अधूरे थे। समय के साथ काम बढ़ते गया है। हाल में स्थानीय पुलिया को 15 मीटर चौड़ा करने का निर्णय लिया गया था। कहा गया कि इससे ट्राफिक नियंत्रण में मदद मिलेगी।


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