केंद्रीय मंत्री गडकरी का खुलासा, "किंगफिशर को बचाने प्रणब से की थी मुलाकात'
केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने किंगफिशर संचालक विजय माल्या पर दिए अपने ताजा बयान में माल्या का बचाव किया है। गडकरी ने कहा है कि कुछ वर्षों पूर्व जब वे भाजपा अध्यक्ष थे, तब उन्होंने तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से मिलकर किंगफिशर एयरलाइंस को बचाने की कोशिश की थी।
नागपुर। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने किंगफिशर संचालक विजय माल्या पर दिए अपने ताजा बयान में माल्या का बचाव किया है। गडकरी ने कहा है कि कुछ वर्षों पूर्व जब वे भाजपा अध्यक्ष थे, तब उन्होंने तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से मिलकर किंगफिशर एयरलाइंस को बचाने की कोशिश की थी।
- उन्होंने यह भी साफ किया कि इसका मकसद केवल देश के हजारों युवाओं को बेराेजगार होने से बचाना था।
- शुक्रवार को नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान गडकरी ने यह खुलासा किया।
- उन्होंने आगे कहा कि बैंकों के कर्जदारों के प्रति देश में जाे नकारात्मक माहौल तैयार हो रहा है वह सहीं नहीं है।
- कर्ज न चुका पाने वाला हर उद्योगपति धोखेबाज नहीं होता। अगर कर्जदार नहीं होंगे, तो रोजगार कैसे निर्मित होगा।
क्या थी गड़करी को चिंता...
गडकरी ने अपने बयान में किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों के प्रति चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि किंगफिशर पर संकट का दौर जब शुरू हुआ, तो किंगफिशर में कार्यरत हजारों युवाओं के बेरोजगार होने की चिंता मुझे सताने लगी। इसीलिए मैं तत्कालीन वित्त मंत्री से मिला था। उद्योगपति कर्जदारों की देश की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका होती है। उद्योगों की आपसी प्रतिस्पर्धा का फायदा उपभोक्ता को होता है। एक प्रतिस्पर्धी कंपनी बंद हो, तो दूसरी कंपनी इसका फायदा उठाकर अपने उत्पाद की कीमत बढ़ा देती है। ऐसे में रोजगार और उपभोक्ताओं के फायदे की दृष्टि से उद्योगों को बढ़ावा देने का पक्ष उन्होंने लिया है।