पशु मालिकों पर अब लगेगा दोगुना दंड, चौथी बार पकड़े जाने पर दस गुना
आवारा पशुओं के कारण यातायात में बड़े पैमाने पर बाधा उत्पन्न हो रही है, ऐसी सूचना बार-बार देने के बाद भी पशु मालिक पशुओं को खुला छोड़ देते हैं।
नागपुर। आवारा पशुओं के कारण यातायात में बड़े पैमाने पर बाधा उत्पन्न हो रही है, ऐसी सूचना बार-बार देने के बाद भी पशु मालिक पशुओं को खुला छोड़ देते हैं। अब ऐसे पशु मालिकों पर लगाए जाने वाले दंड की रकम में वृद्धि करने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इससे पूर्व प्रशासन ने कांजीहाउस दर में उपाय स्वरूप की भारी वृद्धि को असंगत बताकर कुछ नगरसेविकों ने इसका विरोध किया था।
शहर में आवारा पशुओं के कारण यातायात में बाधा उत्पन्न होने के साथ कई बार दुर्घटना होने पर कार्रवाई भी की जाती है। पालिका रास्ते पर घूमने वाले आवारा पशुओं को पकड़कर कांजीहाउस में डालती है और पशु मालिकों पर दंडात्मक कार्रवाई कर पशु को छोड़ दिया जाता है। वर्तमान में वसूला जाने वाला कांजीहाउस शुल्क अत्यंत अत्यल्प होने के कारण पशु मालिक इसे लेकर बिलकुल भी गंभीर नजर नहीं आते। ऐसे में बार-बार कार्रवाई करने के बाद भी आवारा पशुओं पर अंकुश नहीं लगने के कारण प्रशासन ने विद्यमान दर में भारी वृद्धि करने का निर्णय लिया था। स्वास्थ विभाग ने यह प्रस्ताव तैयार किया है। शुक्रवार, 13 मई को हुई स्थायी समिति की बैठक में यह प्रस्ताव मंजूरी के लिए रखा गया था, लेकिन इसमें वृद्धि काफी होने का हवाला स्थायी समिति ने दिया। साथ ही इस पर विचार कर रिपोर्ट देने के लिए तीन सदस्यीय उप-समिति नियुक्त की गयी थी।
इस समिति ने आवारा पशुओं के मालिकों पर लगाए जाने वाले दंड में दोगुना वृद्धि की सिफारिश की थी। इसके अलावा एक ही मालिक का पशु चौथी बार पकड़े जाने पर उससे दस गुना दंड वसूल करने का भी प्रस्ताव में उल्लेख है। स्थायी समिति की आगामी गुरुवार, 14 जुलाई को बैठक होने वाली है और इस बैठक में यह प्रस्ताव मंजूर होने की संभावना है। इसके अलावा महापालिका ने पकड़े जानवरों की देखभाल के लिए सामाजिक संस्थाओं को आमंत्रित करने का तथा शहर की चारों दिशाओं में पशुओं के िलए जगह आरक्षित करने का प्रस्ताव में इस बैठक में आएगा।