रोजगार की मांग को लेकर किसान महिलाओं ने रोका रास्ता
किसान विधवाओं को रोजगार की मांग को लेकर महिलाओं ने शनिवार को वर्धा मार्ग पर रास्ता रोको प्रदर्शन किया। होटल प्राइड के पास प्रदर्शन के दौरान पुलिस से धक्का-मुक्की हुई। स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया। प्रदर्शन के कारण दिन भर यातायात प्रभावित रहा।
नागपुर। किसान विधवाओं को रोजगार की मांग को लेकर महिलाओं ने शनिवार को वर्धा मार्ग पर रास्ता रोको प्रदर्शन किया। होटल प्राइड के पास प्रदर्शन के दौरान पुलिस से धक्का-मुक्की हुई। स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया। प्रदर्शन के कारण दिन भर यातायात प्रभावित रहा। पुलिस की भूमिका का विरोध करते हुए बाद में महिलाआें ने सोनेगांव थाने का घेराव किया।
तीव्र आंदोलन की चेतावनी : क्रांतिकारी महिला किसान संगठन की अध्यक्ष हेमा ठवरे के अनुसार सरकार किसानों की स्थिति में सुधार के लिए कोई उपाय योजना नहीं कर रही है। किसान आत्महत्या का संकट कायम है। किसानों के परिवारों को पेट पालने के लिए रोजगार नहीं मिल रहा है।
28 फरवरी को मुख्यमंत्री के रामगिरी सरकारी निवास के सामने प्रदर्शन किया गया था। मोर्चा ले जाया गया था। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनकारियों से मिलने के बजाय निजी कार्यक्रम में जाना उचित समझा। एक माह से आंदोलन जारी है। सरकार ध्यान नहीं दे रही है।
दोपहर में एक बजे 200 महिलाओं ने वर्धा मार्ग पर प्रदर्शन किया। विमानतल की ओर जानेवाला यातायात प्रभावित हुआ। दो घंटे तक आंदोलन जारी रहा।
पुलिस हस्तक्षेप कर प्रदर्शनकारियों को सोनेगांव थाने में लेकर गई। संगठन की मांग है कि किसानों की विधवाओं को विशेष सामाजिक आर्थिक सहायता योजना के माध्यम से सहायता करें। घरकुल, बीपीएल कार्ड व जमीन पट़्टा प्रदान किया जाए। हेमा ठवरे ने आंदोलन तीव्र करने की चेतावनी दी।