बॉलीवुड सिंगिग स्टार गुमनाम, एक साल में ही अर्श से फर्श पर पहुंचे
बॉलीवुड के चमकते नाम कब गुमनामी में खो जाते हैं, किसी को पता ही नहीं चलता। बीते साल तक म्यूजिक वल्र्ड में उम्मीद की नजरों से देखे जा रहे कई नाम आज गुमनाम हैं।
नागपुर, मुंबई। बॉलीवुड के चमकते नाम कब गुमनामी में खो जाते हैं, किसी को पता ही नहीं चलता। बीते साल तक म्यूजिक वल्र्ड में उम्मीद की नजरों से देखे जा रहे कई नाम आज गुमनाम हैं। उदित नारायण के बेटे आदित्य नारायण ऐसे सिंगर्स की लिस्ट में सबसे ऊपर हैं, जो फिल्मी संगीत में जौहर नहीं दिखा पाए। इनके अलावा कई और नाम हैं जो बीते दो सालों में गुमनामी में खो गए। इनमें से 10 तो ऐसे हैं जो पुरस्कारों की दौड़ में भी अव्वल रहे।
मशहूर दक्षिण भारतीय सिंगर सुजाता मोहन की बेटी श्वेता मोहन दक्षिण भारत का रुख कर चुकी हैं। 'गुरु के बाद 'रा-वन और 'डेविड से उन्होंने उम्मीद जगाई थी। लेकिन शुरुआती सफलता और फिल्मी बैकग्राउंड के बावजूद बॉलीवुड में कदम नहीं जमा सकीं। आजकल तेलुगु और मलयाली फिल्मों में गा रही हैं। फरवरी में उन्होंने एक तेलुगु फिल्म के लिए रिकॉर्डिंग की है।
काय पो चे के मीठी बोलियां... से चर्चा में आईं मिली नायर भी इसके बाद कोई कमाल नहीं कर सकीं और गुमनामी के अंधेरे में खो गईं। संगीतकारों के परिवार से ताल्लुक रखने वाले तोषी शारिब भी 2013 में यमला पगला दीवाना-2 और वार्निंग के बाद फिल्मी गायन से दूर हो गए। 2014 में हम्पटी शर्मा की दुल्हनियां और जिद में अपना संगीत दिया। लेकिन गायकी से दूर रहे। नेपाली बाला आस्था ने खूबसूरत के गीत अभी तो पार्टी... से बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री मारी थी, लेकिन इसके बाद से गायब हैं।
पांच साल पहले इंडियन आयडल से चर्चा में आए स्वरूप खान ने पीके में ठरकी छोकरो... गाकर कामयाबी का स्वाद चखा, लेकिन यह प्रतिभाशाली लोकगायक फिलहाल किसी बॉलीवुड प्रोजेक्ट से नहीं जुड़ा है। नंदिनी श्रीकर 2011 में रा-वन का भरे नैना... और 2012 में एजेंट विनोद का दिल मेरा मुफ्त का... और शंघाई का दुआ... गाने के बाद वे चर्चा में आईं। बीते साल क्वीन के हरजाइयां... ने उनकी झोली में कई पुरस्कार डाले। लेकिन इसके बाद कोई खास काम नहीं आया। नतीजतन दक्षिण की ओर रुख कर लिया।