रविशंकर प्रसाद बोले, देश की अर्थव्यवस्था मजबूत, फिल्में कर रहीं 120 करोड़ का कारोबार
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि दो अक्टूबर को तीन फिल्मों ने 120 करोड़ रुपये की कमाई की। यह अर्थव्यवस्था में मजबूती का संकेत है।
मुंबई, प्रेट्र/एएनआइ। केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने बॉलीवुड फिल्मों की सफलता का उदाहरण देते हुए आर्थिक मंदी की बात को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि दो अक्टूबर को तीन फिल्मों ने 120 करोड़ रुपये की कमाई की। यह 'अर्थव्यवस्था' में मजबूती का संकेत है। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी और विधि मंत्री ने बेरोजगारी पर राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) की रिपोर्ट को भी 'गलत' बताया। इसमें कहा गया था कि साल 2017 में बेरोजगारी की दर पिछले 45 साल में सबसे ज्यादा रही। उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने भी कुछ दिन पहले कहा था कि भारत और ब्राजील में आर्थिक मंदी इस साल कुछ ज्यादा साफ दिखती है।
#WATCH Union Minister Ravi Shankar Prasad in Mumbai: That report (NSSO report on unemployment) is false. I gave you 10 relevant data, not one is present in the report. We never said we will give government jobs to everyone. Few people tried to mislead in a planned fashion. pic.twitter.com/FTGXuhzN19
— ANI (@ANI) October 12, 2019
बेरोजगारी की स्थिति के बारे में किया जा रहा गुमराह
प्रसाद ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग योजनाबद्ध तरीके से सरकार के खिलाफ लोगों को बेरोजगारी की स्थिति के बारे में गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'दो अक्टूबर को राष्ट्रीय अवकाश के दिन तीन हिंदी फिल्मों ने 120 करोड़ रुपये की कमाई है। यदि अर्थव्यवस्था मजबूत नहीं होती तो केवल तीन फिल्में एक दिन में 120 करोड़ रुपये का कारोबार कैसे करतीं?' एनएसएसओ की रिपोर्ट पर प्रसाद ने कहा, 'मैं आपको 10 मापदंड बता सकता हूं जहां अर्थव्यस्था का अच्छा प्रदर्शन है लेकिन एनएसएसओ की रिपोर्ट में इनमें से किसी को नहीं दर्शाया गया है। इसलिए मैं इस रिपोर्ट को गलत कहता हूं।'
भारत को लेकर मुद्राकोष का अनुमान अधूरा
आइएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टलिना जिर्जीवा ने हाल में कहा है कि दुनिया की 90 फीसद अर्थव्यवस्था सुस्ती के दौर से गुजर रही है। भारत और ब्राजील जैसे देशों पर इसका असर साफ नजर आ रहा है। इस बयान के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'भारत को लेकर मुद्राकोष का अनुमान अभी अधूरा है। यह नहीं भूलना चाहिए कि जब मनमोहन सिंह सत्ता में थे तो भारत 11वें पायदान पर था; आज हम पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यस्था हैं। हमने फ्रांस को भी पछाड़ दिया है।'
कई सेक्टर कर रहे बेहतर प्रदर्शन
प्रसाद ने अर्थव्यवस्था में गिरावट की धारणा को दूर करने का प्रयास करते हुए कहा, 'इलेक्ट्रानिक विनिर्माण, सूचना एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र, मुद्रा लोन और वाणिज्यिक सेवा क्षेत्र बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। हमने कभी नहीं कहा था कि हम सबको सरकारी नौकरी देंगे।' उन्होंने कहा, 'कुछ लोग सरकार के खिलाफ मोर्चा बनाकर बेरोजगारी के मुद्दे पर लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।' प्रसाद की अर्थव्यवस्था के लेकर टिप्पणियां ऐसे समय आई हैं जब विश्व प्रतिस्पर्धा सूचकांक रिपोर्ट में भारत का स्थान दस पायदान नीचे आ गया है। दूसरी तरफ औद्योगिक सूचकांक अगस्त माह में 1.1 फीसद नीचे आ गया जो कि पिछले सात साल के दौरान सबसे कमजोर प्रदर्शन रहा है।
अनुच्छेद 370 भारत का आंतरिक मामला
केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा कि अनुच्छेद 370 समाप्त करना भारत का आंतरिक मामला है। उनसे पूछा गया कि क्या चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 समाप्त करने पर बातचीत की? उन्होंने कहा कि इस बारे में भारत फैसला लेगा। दुनिया में किसी ने भी चाहे वह अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, रूस या चीन ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है।