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    उद्धव ठाकरे ने की स्कूलों में हिंदी पर सरकारी प्रस्ताव को जलाने की घोषणा, महाराष्ट्र में भाषा विरोध चरम पर

    Updated: Sun, 29 Jun 2025 03:33 AM (IST)

    प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से 29 जून को राज्य के स्कूलों में हिंदी भाषा पर सरकारी प्रस्ताव (जीआर) को जलाने को कहा है। पार्टी विभाग प्रम ...और पढ़ें

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    उद्धव ठाकरे ने की स्कूलों में हिंदी पर सरकारी प्रस्ताव को जलाने की घोषणा (फाइल फोटो)

     पीटीआई, मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से 29 जून को राज्य के स्कूलों में हिंदी भाषा पर सरकारी प्रस्ताव (जीआर) को जलाने को कहा है। पार्टी विभाग प्रमुख संतोष शिंदे ने कहा कि दक्षिण मुंबई में जीआर की प्रतियां जलाए जाने के समय ठाकरे मौजूद रहेंगे।

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    17 जून को महाराष्ट्र सरकार ने एक जीआर जारी किया था, जिसके तहत अंग्रेजी और मराठी माध्यम के स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा एक से पांच तक के छात्रों के लिए हिंदी को तीसरी भाषा बनाया गया है। शिवसेना (यूबीटी) छात्रों पर हिदी थोपने का आरोप लगाकर इसका विरोध कर रही है।

    महाराष्ट्र में हिंदी नहीं थोपने देंगे : उद्धव

    शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने गुरुवार को कहा कि वे राज्य के छात्रों पर हिंदी थोपने के सभी प्रयासों का विरोध करेंगे। अलग-अलग प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने विरोध प्रदर्शन की घोषणा की।

    उनकी पार्टी हिंदी के विरोध में नहीं है- उद्धव

    उद्धव ने कहा कि भाजपा मराठी भाषी राज्य में ''भाषा आपातकाल'' लगाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी हिंदी के विरोध में नहीं है, बल्कि इसे लागू करने के खिलाफ है।

    उद्धव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम किसी भाषा का विरोध या उससे नफरत नहीं करते, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि हम किसी भी भाषा को थोपने की अनुमति देंगे। हम हिंदी थोपे जाने का विरोध करते हैं और यह जारी रहेगा।

    शिंदे को कहा गद्दार

    यदि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस घोषणा करते हैं कि राज्य के स्कूलों में ¨हदी अनिवार्य नहीं की जाएगी तो विवादास्पद भाषा का मुद्दा हल हो सकता है।

    उन्होंने घोषणा की कि उनकी पार्टी स्कूलों में त्रि-भाषा फार्मूले और हिंदी थोपे जाने के खिलाफ सात जुलाई को दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में नागरिक समाज के सदस्यों द्वारा आयोजित प्रदर्शन में भाग लेगी।

    उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि 'गद्दारों' को पार्टी के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे के आदर्शों के बारे में याद दिलाना चाहिए।