Naxal Surrender: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में दो इनामी नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, 12 लाख का इनाम था घोषित
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में दो इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इन दोनों पर राज्य सरकार की ओर से 12 लाख रुपए का इनाम घोषित था। साथ ही इन पर आगजनी और मुठभेड़ों के घटनाओं में शामिल होने का आरोप है।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित गढ़चिरोली क्षेत्र में दो इनामी माओवादी नक्सलियों ने पुलिस के सामने हथियार डाल समर्पण कर दिया है। दोनों पर छह-छह लाख रुपयों का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण करनेवाले दो नक्सलियों में एक महिला नक्सली है। एक पुलिस अधिकारी ने बुधवार को बताया कि गढ़चिरोली के पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल के सामने आत्मसमर्पण करनेवाली 34 वर्षीय सुमन आर.मत्तामी उर्फ माधुरी उर्फ भूरी 2002 में माओवादी समूह में भर्ती हुई थी। तब उसकी उम्र सिर्फ 14 वर्ष थी।
अब तक 49 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने बताया कि नक्सल विद्रोही हिंसा से तंग आ चुके हैं। जिसके चलते वो राज्य सरकार की आत्मसमर्पण नीति की ओर आकर्षित हो रहे हैं। 2019 से अब तक, 49 कट्टर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
Two Naxals carrying collective reward of Rs 12 lakh on their heads and allegedly involved in many killings, arson and encounters surrender before Gadchiroli police in Maharashtra: Officials— Press Trust of India (@PTI_News) May 25, 2022
भर्ती के बाद 10 साल तक वह कासनसुर स्थानीय संगठन में काम करने के बाद परमिली एरिया कमेटी मेंबर के रूप में काम कर रही है। इस दौरान उस पर चार हत्याओं, 21 एनकाउंटर, सात आगजनी तथा पांच अन्य मामलों में शामिल होने का आरोप है। जबकि आत्मसमर्पण करनेवाला दूसरा नक्सली 63 वर्षीय सीताराम बी.अत्राम उर्फ रामसिंह है। राम सिंग की भर्ती 2005 में अहेरी स्थानीय संगठन में हुई थी। उसके बाद से वह कई दलम में काम करते हुए डिप्टी कमांडर एवं एरिया कमेटी मेंबर के रूप में काम करता रहा है।
आत्मसमर्पण के बाद माधुरी ने पुलिस को बताया कि नक्सल समूहों में महिलाओं के साथ होनेवाली जबर्दस्ती, जबरन विवाह, भेदभाव एवं किसी प्रकार की प्रोन्नति न होने से क्षुब्ध होकर उसने आत्मसमर्पण करने का निर्णय किया है। जबकि राम सिंग ने पुलिस को बताया कि उससे वरिष्ठ नक्सली हफ्तावसूली से प्राप्त धनराशि अकेले हड़प कर जाते थे तथा आदिवासी युवाओं का शोषण किया जाता है। उसने इन घटनाओं से क्षुब्ध होकर हथियार डालने का निर्णय किया है। बता दें कि नक्सल प्रभावित गढ़चिरोली-चंद्रपुर क्षेत्र में नक्सली संगठनों का प्रभाव धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। एसपी अंकित गोयल ने बताया कि पिछले 30 महिनों में 49 कट्टर माओवादी आत्मसमर्पण करके सामान्य जीवन जी रहे हैं। आज आत्मसमर्पण करनेवाले दोनों माओवादियों को भी सरकारी योजनाओं के तहत हर प्रकार का लाभ दिया जाएगा।