चक्रवात निसर्ग का कहर: पुणे में दो की मौत, तीन घायल; कई घर क्षतिग्रस्त
Cyclone Nisarga पुणे में बुधवार को चक्रवात निसर्ग के कारण दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन लोग बुरी तरह घायल हो गए।
पुणे, एएनआइ। कोरोना संकट से परेशान महाराष्ट्र में बुधवार को निसर्ग तूफान ने भी जमकर तबाही मचायी। बुधवार दोपहर अलीबाग से टकराने के बाद ये तूफान राज्य में तीन घंटे तक यहां तांडव करता रहा। इसके थोड़े शांत होने के बाद ही मुंबईवासियों ने राहत की सांस ली। हालांकि तूफान की चपेट में आकर यहां दो लोगों की दर्दनाक मौत भी हो गई।
चक्रवात निसर्ग के कारण पुणे जिले में बुधवार को दो लोगों की जान चली गई और तीन अन्य घायल हो गए। उप जिलाधिकारी जयश्री कटारे के अनुसार इस चक्रवात के कारण पुणे में 100 से अधिक 'कच्चे मकान' भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अलावा जिले में तीन जानवरों के मरने की भी खबर है।
खेड़ तहसील के वाहागांव की निवासी मंजाबाई अनंत नावले (65) के घर की दीवार गिरने से उनकी मौत हो गई। इस हादसे में नावले के परिवार के तीन अन्य सदस्य भी घायल हो गए, उन्हें चाकन में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के एक अधिकारी ने बताया कि हवेली तहसील के मोकरवाड़ी के निवासी प्रकाश मोकर (52) के घर की छत उड़ गई और वह टीन की चादर को पकड़ने के दौरान घायल हो गए। बाद में उनकी मौत हो गई।
चक्रवात निसर्ग ने भले ही मुंबई में तबाही नहीं मचायी, लेकिन महाराष्ट्र के पालघर और रायगढ़ जिले में इसका जबरदस्त असर देखा गया। तेज हवाओं, भारी बारिश के कारण कुछ जगहों पर छतों पर लगाए गए टिन की छतें उड़ गईं। कहीं पेड़ तो कहीं बिजली के खंभे भी उखड़ गए। समुद्र में भी 6 से 8 फीट तक की ऊंची लहरें उठ रही थी।
बता दें कि अलीबाग में टकराते समय चक्रवात निसर्ग की गति 110 किमी प्रति घंटा थी, लेकिन जैसे-जैसे तूफान आगे बढ़ता गया उसकी रफ्तार कम होती चली गई। मुंबई में इस तूफान की गति 25 किमी प्रति घंटा बतायी जा रही है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों मेंं महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश व कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।