मौका मिलता तो बुरहान से बात करता: सोज
कश्मीर समस्या के हल का जो रास्ता परवेज मुशर्रफ ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को बताया था, उस पर अमल होना चाहिए।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैफुद्दीन सोज को मौका मिलता तो वह हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी बुरहान वानी को मारने की बजाय उससे बात करते। कांग्रेस नेता ने अपनी यह मंशा शुक्रवार को यहां ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) द्वारा 'कश्मीर: शांति व एकीकरण के लिए एक संवाद' विषय पर आयोजित संगोष्ठी के दौरान व्यक्त की।
सोज का मानना है कि किसी भी मसले का हल बातचीत से ही हो सकता है। कश्मीर समस्या के हल का जो रास्ता परवेज मुशर्रफ ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को बताया था, उस पर अमल होना चाहिए। वाजपेयी उससे सहमत थे, लेकिन उनकी पार्टी नहीं। सोज कहते हैं कि उसी नीति से कश्मीर में शांति लौटेगी।
सोज कश्मीर समस्या को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए चुनौती के साथ एक ऐतिहासिक अवसर भी मानते हैं। वह कहते हैं कि यदि वह कश्मीर में शांति बहाल कर सके तो इतिहास उन्हें याद रखेगा। इस अवसर पर ओआरएफ के अध्यक्ष सुधींद्र कुलकर्णी ने भी कश्मीर की किसी भी बातचीत में अलगाववादियों को शामिल करने की तरफदारी की।
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