ऑनलाइन गेमिंग के जरिए धर्मांतरण मामला, ठाणे कोर्ट ने शाहनवाज खान को 15 जून तक ट्रांजिट रिमांड पर भेजा
महाराष्ट्र के मुंब्रा के रहने वाला शाहनवाज खान उर्फ बद्दो जिसकी गाजियाबाद पुलिस को एक कथित ऑनलाइन गेमिंग और धर्मांतरण रैकेट में तलाश थी को सोमवार को म ...और पढ़ें

मुंबई, एएनआई। ऑनलाइन गेमिंग के जरिए धर्मांतरण मामले में आरोपी शाहनवाज उर्फ बद्दो को ठाणे कोर्ट ने 15 तक ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया। बद्दो महाराष्ट्र के मुंब्रा का रहने वाले है।
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले से बद्दो को किया गया गिरफ्तार
बद्दो को मुंब्रा पुलिस स्टेशन से ठाणे कोर्ट ले जाया गया था। उसे महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले से गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले, धर्मांतरण मामले में ही गाजियाबाद के एक मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस पूछताछ में उसने बच्चों के धर्मांतरण की बात कबूल की थी।
#UPDATE | Transit remand granted to Shahnawaz Khan till 15th June. The court gave the responsibility to Uttar Pradesh (UP) police. UP Police will take him by road from Mumbra, Thane to UP.
— ANI (@ANI) June 12, 2023
यूपी पुलिस को काफी समय से थी बद्दो की तलाश
ठाणे कोर्ट ने शाहनवाज खान की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस को दी है। मुंब्रा पुलिस और गाजियाबाद पुलिस ने बद्दो को अलीबाग के एक लॉज से गिरफ्तार किया। यूपी पुलिस को बद्दो की लंबे समय से तलाश थी।
बद्दो को कार से यूपी लाएगी पुलिस
गाजियाबाद पुलिस बद्दो को कार से यूपी लाएगी। बद्दो के खिलाफ धर्मांतरण कानून समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। वह मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस से बचने के लिए महाराष्ट्र चला गया, जहां वह अलीबाग में एक लॉज में छिपकर रहता था।
शाहनवाज खान उर्फ बद्दो पर क्या आरोप है?
शाहनवाज खान उर्फ बद्दो पर ऑनलाइन गेमिंग के जरिए धर्मांतरण करने का आरोप है। वह गेमिंग एप के जरिए युवाओं को अपने झांसे में लेकर उन्हें धर्म बदलने के लिए मजबूर करता था। पुलिस के मुताबिक, इस एप का डेवलपर वह खुद था। बद्दो पर यह भी आरोप है कि वह गेम में खुद को टॉप पर रखने के लिए चीटिंग भी करता था।
जाकिर नाइक के भाषणों का करता था जिक्र
बताया जाता है कि गेम के कई लेवल थे। अंतिम लेवल का नाम आइस बाक्स था। शाहनवाज चीटिंग कर लोगों को जीतने नहीं देता था। वह हारे हुए लोगों से कुरान पढ़ने को कहता था। वह दावा करता था कि जो कुरान पढ़ेगा, वह गेम जीत जाएगा। वह जाकिर नाइक के भाषणों का भी अक्सर जिक्र करता।
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
गाजियाबाद के राजनगर के एक उद्यमी ने 30 मई को थाना कविनगर में बद्दो और संजय नगर सेक्टर 23 की जामा मस्जिद के इमाम समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि 12वीं पास उनका बेटा जिम के नाम पर नमाज पढ़ने जाता था। छात्र के मोबाइल से बद्दो समेत सात नंबर मिले, जिनसे लगातार आपत्तिजनक और उकसाने वाली सामग्री के साथ कुरान, हदीस व पैगंबर के बारे में जानकारी साझा की जा रही थी।
एक नंबर संजय नगर सेक्टर 23 जामा मस्जिद कमेटी के सदस्य अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी का था। संजय नगर के ही इलेक्ट्रीशियन का भी नंबर था, जो यूट्यूब पर वीडियो देख नमाज पढ़ने लगा था। एक नंबर छात्र की सहपाठी का था। नंबरों के आधार पर छात्र समेत चार लोगों के मतांतरण की बात सामने आई थी।
गाजियाबाद पुलिस ने चार जून को संजय नगर सेक्टर 23 स्थित जामा मस्जिद की कमेटी के सदस्य अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को गिरफ्तार किया था। इस गिरोह का उद्देश्य खतना या नाम परिवर्तन कराने के बजाय युवाओं को पांचों वक्त का नमाजी बनाने का था।

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