Maharashtra: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री को उड़ाने की धमकी, सुरक्षा बढ़ी
Uddhav Thackeray मातोश्री के लैंड लाइन फोन पर दो बार फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि वह दुबई से बोल रहा है और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से दाऊद इब्राहिम बात करना चाहता है।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। Uddhav Thackeray: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का निजी आवास ‘मातोश्री’ उड़ाने की धमकी मिलने के बाद ‘मातोश्री’ की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यह धमकी ‘मातोश्री’ के लैंड लाइन फोन पर शनिवार रात 10.30 बजे आई थी। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, शनिवार रात 10.30 बजे मातोश्री के लैंड लाइन फोन पर दो बार फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि वह दुबई से बोल रहा है और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से दाऊद इब्राहिम बात करना चाहता है। लेकिन रिसेप्शनिस्ट ने फोन उद्धव ठाकरे को ट्रांसफर नहीं किया। तब फोन करने वाले ने अगले कुछ दिनों में मातोश्री को उड़ा देने की धमकी देते हुए फोन काट दिया। मुंबई पुलिस ने विशेष टीमें बनाकर इस मामले की जांच शुरू कर दी है। फोन करने वाले ने यह तो बताया कि वह दुबई से बोल रहा है, लेकिन उसने अपनी पहचान का खुलासा नहीं किया।
ठाकरे परिवार का निजी आवास मातोश्री बंगला बांद्रा (पूर्व) स्थित बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में है। बंगले के चारों ओर वैसे भी तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहती है। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने अपने निवास के लिए यही आवास चुना है। वह सिर्फ सरकारी बैठकों इत्यादि के लिए ही मुख्यमंत्री के सरकारी आवास वर्षा पर जाते हैं। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट का मास्टमाइंड है। इन धमाकों में 257 लोगों की जान चली गई थी और करीब 1400 लोग घायल हुए थे। इसके बाद से ही दाऊद के पाकिस्तान में छिपे होने की खबरें आती रहीं।
गौरतलब है कि अभी कुछ दिनों पहले कैरेबियाई देश रिपब्लिक ऑफ डोमिनिका की सरकार ने कहा था कि दाऊद इब्राहिम उनके देश का नागरिक नहीं है। उन्होंने कहा कि दाऊद कभी भी उनके देश का नागरिक नहीं रहा है। सरकार ने एक बयान जारी कर कहा कि दाऊद इकनॉमिक सिटिजनशिप प्रोग्राम के तहत भी कभी डोमिनिका का नागरिक नहीं रहा है। मीडिया में प्रकाशित इस तरह की सभी खबरें झूठी हैं। डोमेनिका सरकार ने अपने बयान में कहा कि निवेश के माध्यम से नागरिकता देने से पहले पूरी जांच पड़ताल की जाती है। ऐसे फर्मों की कई स्तरों पर जांच होती है।