Maharashtra: एमवीए सरकार प्राकृतिक है, बनी रहेगी: संजय राउत
Sanjay Raut शिवसेना के मुखपत्र सामना के साप्ताहिक स्तंभ रोखठोक में संजय राउत ने कहा कि भाजपा सरकार के पतन का पूर्वानुमान लगा रही है। प्रवर्तन निदेशालय कुछ भी करे मैं जिम्मेदारी से कह सकता हूं कि एमवीए की सरकार बनी रहेगी।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। Sanjay Raut: शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को भाजपा द्वारा राज्य की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार को अप्राकृतिक बताए जाने की निंदा करते हुए कहा कि यह सरकार प्राकृतिक है और अपना कार्यकाल पूरा करेगी। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस को मिलाकर बने सत्तारूढ़ गठबंधन एमवीए को पिछले सप्ताह अप्राकृतिक गठबंधन करार देते हुए कहा था कि यह गठबंधन जल्द टूट जाएगा। उनकी पार्टी राज्य में मजबूत सरकार देगी। शिवसेना के मुखपत्र सामना के साप्ताहिक स्तंभ रोखठोक में राउत ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा सरकार के पतन का पूर्वानुमान लगा रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कुछ भी करे, मैं जिम्मेदारी से कह सकता हूं कि एमवीए की सरकार बनी रहेगी।
शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि राजनीति में कोई भी संत नहीं होता और न ही सरकार प्राकृतिक या अप्राकृतिक होती है। सरकार जब तक रहती है, वह प्राकृतिक होती है। उसे अस्थिर करने के लिए सीबीआइ और ईडी जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जो अवैध निर्माण करते हैं और जो आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी हैं, उनकी रक्षा की जाती है। राउत ने कहा कि अगर ये राजनीतिक दबाव के हथकंडे प्राकृतिक हैं तो ठाकरे सरकार भी प्राकृतिक है। सरकार ने विधानसभा के पटल पर संवैधानिक प्रावधानों के तहत बहुमत साबित किया है।
किसानों से आतंकियों की तरह पेश आ रही केंद्र सरकार
शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ इस तरह से व्यवहार किया जा रहा है, जैसे वे आतंकवादी हों। यह दुखद है कि उन्हें दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि सरकार को किसानों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए।
महाराष्ट्र विकास अघडी सरकार सभी मोर्चों पर विफलः रावसाहेब पाटिल दानवे
केंद्रीय मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने कहा कि महाराष्ट्र विकास अघडी सरकार पिछले एक साल में सभी मोर्चों पर विफल रही है। उन्होंने एक भी चुनावी वादा पूरा नहीं किया। जनता उनसे तंग आ चुकी है, क्योंकि उनमें आपस में समन्वय का अभाव है।