Move to Jagran APP

Maharashtra: खुद पर लग रहे गंभीर आरोपों के बाद अदालत पहुंचे समीर वानखेड़े

Maharashtra समीर वानखेड़े ने खुद पर लग रहे गंभीर आरोपों के बाद विशेष एनसीबी अदालत में एक हलफनामा दायर कर कहा है कि उन पर झूठे आरोप लगाकर उनके द्वारा की जा रही जांच को प्रभावित करने एवं उनकी छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 08:35 PM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 08:35 PM (IST)
Maharashtra: खुद पर लग रहे गंभीर आरोपों के बाद अदालत पहुंचे समीर वानखेड़े
एनसीबी मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े। फाइल फोटो

मुंबई, राज्य ब्यूरो। एनसीबी मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने खुद पर लग रहे गंभीर आरोपों के बाद विशेष एनसीबी अदालत में एक हलफनामा दायर कर कहा है कि उन पर झूठे आरोप लगाकर उनके द्वारा की जा रही जांच को प्रभावित करने व उनकी छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने अदालत से इस पर रोक लगाने की अपील की थी, लेकिन विशेष अदालत ने अपनी ओर से ऐसा कोई आदेश देने से इन्कार कर दिया है। आर्यन खान ड्रग मामले में पंच बनाए गए एक व्यक्ति प्रभाकर सैल ने एक हलफनामा तैयार कर इंटरनेट मीडिया के जरिए आरोप लगाया है कि एनसीबी ने उससे 10 सादे कागजों पर दस्तखत करवाए। उसके हलफनामे में इसी मामले के एक अन्य पंच द्वारा समीर वानखेड़े को आठ करोड़ रुपये देने की बात करते हुए सुनने का हवाला भी दिया गया है। इन गंभीर आरोपों के बाद एनसीबी मुंबई ने सोमवार को विशेष एनसीबी अदालत में एक हलफनामा दायर कर आर्यन खान मामले में पैदा की जा रही बाधाओं पर रोक लगाने की मांग की है।

loksabha election banner

कहा, किसी भी जांच के लिए तैयार

वानखेड़े ने इस हलफनामे के जरिए अदालत से मांग की है कि किसी को भी यह जांच प्रभावित करने या उसमें हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। रविवार को सामने आए प्रभाकर सैल के हलफनामे के बाद एनसीबी के सतर्कता विभाग ने भी पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा है कि वानखेड़े पर लगे आरोपों की जांच एनसीबी का सतर्कता विभाग कर रहा है। उनके अनुसार, अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता कि समीर पद पर बने रहेंगे या नहीं? समीर वानखेड़े के किसी अन्य मामले में मंगलवार को दिल्ली स्थित एनसीबी मुख्यालय पहुंचने की सूचना है। अदालत में खुद मौजूद समीर वानखेड़े ने कहा कि मेरे परिवार के सदस्यों पर भी आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं? क्या ऐसा सिर्फ इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि मैं एक जांच का नेतृत्व कर रहा हूं ? क्या मुझे इस जांच से हटाने व अदालत में मुझे असफल साबित करने के लिए किया जा रहा है ? उन्होंने अदालत से कहा कि वह किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं।

समीर  वानखेड़े पर पहले भी लगते रहे हैं आरोपः वकील

वानखेड़े ने कहा कि मैं 15 वर्ष से सरकारी सेवा में हूं, लेकिन आज तक कभी भी मेरे परिवार को निशाना बनाते हुए इस तरह के आरोप मुझ पर नहीं लगे। अदालत को दिए गए अपने दो पन्ने के हलफनामे में वानखेड़े ने कहा कि चूंकि मेरे द्वारा की जा रही निष्पक्ष जांच कुछ लोगों को हजम नहीं हो रही है, इसलिए मुझे गिरफ्तार करने व नौकरी से हटाने की धमकियां दी जा रही हैं। एनसीबी की ओर से पेश हुए विशेष वकील अद्वैट सेठना ने कहा कि वानखेड़े पर पहले भी आरोप लगते रहे हैं, लेकिन इस प्रकार परिवार को निशाना बनाने की घटना पहली बार देखी जा रही है। वह भी एक ऐसे हलफनामे के जरिए, जो कही दायर ही नहीं किया गया हो। सेठना के अनुसार मंगलवार को आर्यन खान की जमानत पर उच्च न्यायालय में सुनवाई है। ऐसे में प्रभाकर सैल का हलफनामा इस मामले को प्रभावित कर सकता है। इससे पहले समीर वानखेड़े महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक को भी पत्र लिखकर आशंका जता चुके हैं कि उन्हें गलत उद्देश्यों से निशाना बनाया जा सकता है।

नवाब मलिक ने वानखेड़े पर लगाए कई और व्यक्तिगत आरोप

राकांपा प्रवक्ता व महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने फिर एनसीबी मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर कई व्यक्तिगत आरोप लगाए। नवाब मलिक ने सोमवार को समीर वानखेड़े का जन्म प्रमाणपत्र व उनके पहले विवाह की तस्वीर सार्वजनिक करते हुए यह बताने का प्रयास किया कि वह समीर वानखेड़े के पिता का नाम दाऊद वानखेड़े है। उन्होंने अपने ट्वीटर एकाउंट पर यह प्रमाणपत्र पोस्ट करते हुए लिखा है कि समीर दाऊद वानखेड़े का फर्जीवाड़ा यहां से शुरू होता है। मलिक ने प्रेस से बात करते हुए कहा कि उन पर यह आरोप लग रहे हैं कि वह मुस्लिम होने के कारण आर्यन खान का समर्थन और समीर वानखेड़े का विरोध कर रहे हैं, लेकिन समीर वानखेड़े के जन्म प्रमाणपत्र में उनके पिता का नाम दाऊद वानखेड़े लिखा हुआ है। नवाब मलिक ने यह आरोप भी लगाया है कि समीर वानखेड़े ने अपनी आइआरएस की नौकरी के लिए गलत जाति प्रमाणपत्र पेश किया। इस जालसाजी बताते हुए मलिक ने समीर पर पिछड़े वर्ग के एक व्यक्ति का हक मारने का भी आरोप लगाया है। नवाब मलिक ने वानखेड़े की पहली शादी के समय की भी एक फोटो ट्वीटर पर पोस्ट कर समीर को मुस्लिम सिद्ध करने की कोशिश की है। क्योंकि समीर की पहली पत्नी मुस्लिम थीं।

नवाब मलिक के आरोप में समीर वानखेड़े ने कही ये बात

नवाब मलिक के इन आरोपों के बाद समीर वानखेड़े ने अपनी ओर से जारी एक स्पष्टीकरण में कहा है कि उन्हें पता चला है कि नवाब मलिक ने उनके बारे में कई बातें अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखी हैं। इस संबंध में मैं बताना चाहता हूं कि मेरे पिता ज्ञानदेव कचरूजी वानखेड़े एक्साइज विभाग में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रहे हैं। मेरे पिता हिंदू व मां स्वर्गीय जाहिदा एक मुस्लिम थीं। मैं एक सच्ची भारतीय परंपराओं के अनुसार एक बहुधर्मी व सेक्युलर परिवार का हिस्सा हूं। मैंने 2006 में डा.शबाना कुरैशी से सामजिक रीति रिवाजों के अनुसार विवाह किया था। फिर 2016 में हम दोनों ने आपसी सहमति से तलाक ले लिया था। उसके बाद 2017 में मैंने क्रांति दीनानाथ रेडकर से दूसरा विवाह किया है। अपने इसी बयान में वानखेड़े ने कहा है कि मेरी पारिवारिक बातें ट्वीटर पर पोस्ट करके मेरी, मेरे पिता, मेरी स्वर्गीय माता व पत्नी की छवि खराब करने की कोशिश का जा रही है। माननीय मंत्री द्वारा किए जा रहे इस प्रकार के निजी हमलों से मैं और मेरा परिवार मानसिक एवं भावनात्मक रूप से काफी आहत हूं। समीर वानखेड़े पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने भी टीवी चैनलों पर आकर अपने एवं अपने बेटे से संबंधित सारे कागजात दिखाते हुए कहा है कि मेरा नाम दाऊद नहीं है। मेरे बेटे पर लग रहे सभी आरोप गलत हैं। वह निश्चित ही इस भंवर से निकलकर बाहर आएगा।

मनी लान्ड्रिंग करता है सैम डिसूजाः संजय राउत

शिवसेना नेता संजय राउत का कहना है कि आर्यन खान मामले के पंच प्रभाकर सैल ने अपने हलफनामे में केपी गोसावी को जिस सैम डिसूजा से 25 करोड़ रुपये का बम फोड़ने की बात करते सुना था, वह मुंबई में मनी लान्ड्रिंग का काम करने वाला सबसे बड़ा व्यक्ति है। वह कई नेताओं व अधिकारियों के पैसे इधर से उधर भेजता है। राउत के अनुसार, प्रभाकर सैल ने इस प्रकार हलफनामा देकर बड़ी हिम्मत का काम किया है। उसे राज्य सरकार द्वारा पुलिस संरक्षण मुहैया कराना चाहिए।

केपी गोसावी ने कहा, प्रभाकर चाहता था पैसे

आर्यन खान मामले में पंच बनाए गए केपी गोसावी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि तीन अक्तूबर के बाद से उसे धमकियां मिलने लगी थीं, इसलिए उसने अपना फोन बंद कर दिया था। प्रभाकर सैल के हलफनामे के बारे में पूछे जाने पर गोसावी ने कहा कि वह उसका बाडीगार्ड व ड्राइवर रहा है। आर्यन खान प्रकरण के बाद वह पैसे की मांग कर रहा था। पैसा न देने पर उसने कुछ आरोप लगाने की बात कही थी। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार, गोसावी के जल्दी ही लखनऊ में आत्मसमर्पण करने की बात सुनी जा रही है। महाराष्ट्र में अलग-अलग पुलिस थानों में उसके खिलाफ कई मामले दर्ज किए जा चुके हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.