समीर वानखेड़े और उनकी पत्नी की कोर्ट से गुहार, इंटरनेट मीडिया पर लगायी जाये ये रोक
एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) और उनकी पत्नी ने डिंडोशी में बॉम्बे सिटी सिविल कोर्ट (Bombay City Civil Court) का दरवाजा खटखटाया और इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके खिलाफ परोसी जा रही अपमानजनक सामग्री पर रोक लगाने की मांग की है।
मुंबई, एएनआइ। एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede)और उनकी पत्नी ने डिंडोशी में बॉम्बे सिटी सिविल कोर्ट (Bombay City Civil Court)का दरवाजा खटखटाया है। समीर खेड़े और उनकी पत्नी का हना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म गूगल, फेसबुक/मेटा और ट्विटर पर उनके खिलाफ जो अपमानजनक पोस्ट डाली जा रही हैं उसे रोक लगाने का निर्देश दिया जाये। गौरतलब है कि मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन और उनके दोस्त अरबाज मर्चेंट की गिरफ्तारी के बाद से ही एनसीबी के मुंबई जोन के डायरेक्टर समीर वानखेड़े लगातार चर्चा में बने हुए हैं। वानखेड़े की अगुवाई में एनसीबी ने 2 अक्टूबर को मुंबई-गोवा क्रूज में छापा मारा गया था जिसमें आर्यन-अरबाज समेत कुछ लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। लेकिन अब वे खुद जांच के घेरे में हैं। एनसीपी नेता तथा महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने भी वानखेड़े पर गंभीर आरोप लगाये थे।
इस मामले में एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ज्ञानेश्वर सिंह का कहना है कि पांच सदस्यों की टीम इसकी जांच में जुटी हुई है। इस मामले में वानखेड़े से भी पूछताछ की गई थी। ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया हालांकि उनके खिलाफ जब तक कोई ठोस सबूत नहीं मिलते तब तक वही क्रूज मामले के जांच अधिकारी रहेंगे।
प्रभाकर सेल की ओर से एक हलफनामे में दावा किया गया है कि उसने क्रूज मामले में गवाह के.पी. गोसावी और सैम डिसूजा नाम के शख्स के बीच 18 करोड़ रुपये की सौदेबाजी की बात सुनी थी। जिसमें से 8 करोड़ रुपये समीर वानखेड़े को दिए जाने थे। एक मुलाकात में शाहरुख की मैनेजर पूजा ददलानी भी मौजूद थीं। सेल ने आरोप लगाया है कि जब आर्यन और अन्य लोगों को एनसीबी ने हिरासत में लिया था, तब उससे नौ-दस सादे पन्नों पर हस्ताक्षर करवाये गए थे। बतौर गवाह हस्ताक्षर करने के लिए गोसावी ने ही उसे एनसीबी दफ्तर बुलाया था। आर्यन को हिरासत में लेने के बाद के.पी. गोसावी के साथ उनकी सेल्फी बीते दिनों वायरल हुई थी।