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Maharashtra: सुबूत मिटाने के आरोप में सचिन वाझे का सहकर्मी काजी गिरफ्तार, 16 अप्रैल तक एनआइए की हिरासत में

Maharashtra एनआइए ने मुख्य आरोपित सचिन वाझे के सहकर्मी रियाजुद्दीन काजी को गिरफ्तार कर लिया है। काजी पर दोनों मामलों में वाझे की मदद करने और उसके इशारे पर सुबूत नष्ट करने का आरोप है। काजी वाझे के साथ मुंबई पुलिस की सीआइयू में असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर रहा है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 04:18 PM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 06:57 PM (IST)
Maharashtra: सुबूत मिटाने के आरोप में सचिन वाझे का सहकर्मी काजी गिरफ्तार, 16 अप्रैल तक एनआइए की हिरासत में
सचिन वाझे का सहयोगी रियाज काजी 16 अप्रैल तक एनआइए की हिरासत में। फाइल फोटो

मुंबई, प्रेट्र। Maharashtra: अंटीलिया कांड और मनसुख हिरेन हत्याकांड की जांच कर रही केंद्रीय जांच एनआइए ने मुख्य आरोपित सचिन वाझे के सहकर्मी रियाजुद्दीन काजी को गिरफ्तार कर लिया है। काजी पर दोनों मामलों में वाझे की मदद करने और उसके इशारे पर सुबूत नष्ट करने का आरोप है। काजी, वाझे के साथ मुंबई पुलिस की सीआइयू में असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर रहा है। मुंबई पुलिस में पिछले दिनों चले सफाई अभियान में उसे सीआइयू से हटाया गया था। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार एनआइए ने रियाजुद्दीन काजी को पूछताछ के लिए बुलाया था। दरअसल, वाझे के मददगारों के तौर पर उसका नाम एटीएस की जांच में ही सामने आ गया था।

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एनआइए पहले भी कई बार उससे पूछताछ कर चुकी थी। रविवार को पूछताछ के बाद एनआइए ने उसे गिरफ्तार कर अवकाशकालीन अदालत के समक्ष पेश किया। कोर्ट ने उसे 16 अप्रैल तक एनआइए की हिरासत में दे दिया। उल्लेखनीय है देश के शीर्ष कारोबारी मुकेश अंबानी के घर अंटीलिया के पास 25 फरवरी को विस्फोटक लदी स्कार्पियो मिलने के बाद शुरुआती जांच एटीएस ने की थी। बाद में जांच एनआइए के हवाले कर जी गई। इस मामले में स्कार्पियो के मालिक मनुसख हिरेन का शव पांच मार्च को समुद्र की खाड़ी से मिला। मनसुख मामले की जांच भी एटीएस ने शुरू की। एटीएस ने अपनी जांच में पाया कि रियाजुद्दीन ने वाझे की थाणे स्थित हाउसिंग सोसायटी से सीसीटीवी की डीवीआर गायब करने और गाडि़यों के लिए फर्जी नंबर प्लेट उपलब्ध कराने में मदद की। दोनों जगह उसकी करतूतें सीसीटीवी में रिकार्ड हो गई। बाद में यह मामला भी एनआइए के हवाले कर दिया गया।इन दोनों मामलों में एनआइए वाझे और उसके दो सहयोगियों सजायाफ्ता पूर्व कांस्टेबिल विनायक शिंदे और क्रिकेट सट्टेबाज नरेश गोर को गिरफ्तार कर चुकी है। वे तीनों फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

इधर, जबरन वसूली के मामले में जैसे-जैसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की जांच आगे बढ़ रही है, मुंबई पुलिस के निलंबित पुलिस अधिकारी सचिव वाझे और उनके गुरु 'एनकाउंटर किंग' प्रदीप शर्मा के बीच करीबी रिश्तों के नए साक्ष्य भी मिल रहे हैं। भाजपा के एक प्रमुख नेता व विधायक ने दावा किया कि प्रदीप शर्मा ने वाझे की बहाली के लिए 2016 में तत्कालीन भाजपा सरकार से संपर्क किया था। भाजपा विधायक ने बताया कि इस संदर्भ में एक बैठक मुंबई एयरपोर्ट के पास स्थित होटल लीला केम्पिंसकी में हुई थी।


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