Mumbai CST: छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर रेलवे खर्च करेगा 1,600 करोड़, संजोयी जाएगी विश्व धरोहर
Chhatrapati Shivaji Terminus Mumbai भारतीय रेलवे 1600 करोड़ रुपये की लागत से मुंबई में छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CST) का पुनर्विकास करेगा।
मुंबई, एएनआइ। मुंबई में छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CST) का पुनर्विकास किया जाएगा। भारतीय रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (IRSDC) के एक शीर्ष अधिकारी के अनुसार, मुंबई में छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CST), जिसे भारतीय रेलवे द्वारा 1,600 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास किया जा रहा है, अपने प्रतिष्ठित विरासत के स्वरूप को बनाए रखेगा। “मुंबई और भारतीय रेलवे के लिए सीएसटी एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्टेशन है। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल सूची में शामिल एकमात्र भारतीय रेलवे स्टेशन है।
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस स्टेशन के पुनर्विकास योजना पर लगभग 1,642 करोड़ खर्च होंगे। ईआरएसडीसी के प्रबंध निदेशक एस के लोहिया ने एएनआइ को बताया कि इस योजना के अनुसार, हम यार्ड को छुए बिना 1930 के लुक को बहाल करेंगे और व्यावसायिक विकास भी विरासत के पहलू को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। लोहिया ने कहा कि उप-शहरी रेलवे के लिए प्लेटफ़ॉर्म स्थान को बढ़ाया जाएगा और लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए एक नया टर्मिनल बनाया जाएगा, साथ ही टर्मिनस पर एक नया प्रवेश द़वार भी बनाया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि पिछले 50 वर्षों में क्षेत्र में कोई विकास नहीं हुआ था, इसलिए यह क्षेत्र के लिए एक बड़ा बदलाव होगा। “विरासत संरचना जनता के लिए सबसे बड़ा आकर्षण है, हम उन सभी संरचनाओं को हटा देंगे जो 1930 के बाद बनाई गई थीं और इसे एक पर्यटक स्थल की तरह बनाया गया था। यात्रियों को यहां भीड़-भाड़ से मुक्त प्रवेश मिलेगा, विश्व स्तरीय सुविधा दी जाएगी और विशाल वेटिंग रूम भी बनाया जाएगा। इसका निर्माण दिव्यांगों के अनुकूल किया जाएगा।
लोहिया ने कहा कि पुनर्विकास योजना को चार साल की अवधि में दो चरणों में पूरा करने की योजना बनाई गई है। 1888 में निर्मित सीएसटी, जिसे पहले विक्टोरिया टर्मिनस (VT) के नाम से जाना जाता था, एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल और मुंबई के मध्य में स्थित एक ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन है।