Maharashtra: पुलिस ने तीन बहनों के गिरोह का किया पर्दाफाश, माेबाइल से लेकर गहने चुराने में थीं माहिर
मुंबई की बोरिवली पुलिस ने शीतल उपाध्याय को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। उसकी दो बहनें पहले ही पकड़ी जा चुकी हैं। ये तीन बहनें मिलकर मोबाइल फोन गहने या कोई और कीमती सामान चुराने का काम करती थीं।
मुंबई, मिड डे। मुंबई (Mumbai) की बोरिवली (Borivali) पुलिस ने तीन बहनों के एक गिरोह के आखिरी सदस्य को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से दो की गिरफ्तारी पुणे (Pune) की पुलिस ने कुछ ही दिनों पहले की थी। तीसरे सदस्य का नाम शीतल उपाध्याय (Shital Upadhyay) है जो 36 साल की है। इनका काम मोबाइल फोन, गहने वगैरह चुराना था।
पुलिस ने कहा है कि ये तीन बहनें दोपहर के वक्त इमारतों और चॉल के चक्कर लगाती रहती थीं। इनका काम लोगों को झांसा देकर उन्हें लूटना था। शीतल कुर्ला वेस्ट (Kurla West) की रहने वाली है। वह जुहू (Juhu), वर्सोवा (Versova), अंधेरी (Andheri) और गोरेगांव (Goregaon) में इस तरह के कई मामलों में शामिल रह चुकी है।
घर में चुपके से घुसकर आठ लाख रुपये के गहने चुरा लाई
पुलिस ने 24 सितंबर को कहा था कि बोरवली की रहने वाली प्राजक्ता सर्राफ मार्केट जाने के लिए घर से बाहर निकली थी। तब उनकी 72 साल की मां निवेदिता घर पर अकेली थीं। प्राजक्ता ने गलती से घर के दरवाजे को खुला छोड़ रखा था, तभी शीतल चुपके से घर के अंदर घुसी और देखा कि बुजुर्ग महिला सो रही हैं। पुलिस ने कहा कि मौके का फायदा उठाते हुए शीतल 8.30 लाख रुपये के गहने चुराकर फरार हो गई।
पुलिस ने पकड़ने के लिए की काफी मशक्कत
बोरिवली पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक निनाद सावंत (Ninad Sawant )ने कहा, 'हमने चोरी की इस घटना की सच्चाई से पर्दा उठाने के लिए एक टीम बनाई और उस इलाके में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों को खंगाला।' पुलिस ने देखा कि शीतल इलाके में काफी देर से चक्कर काट रही थी। इसके बाद पुलिस ने शीतल को धर दबोचा।
शीतल का पूरा परिवार चोरी की घटनाओं में माहिर
इंस्पेक्टर सावंत ने बताया, 'छानबीन के दौरान पता लगा कि वह इस तरह के कई कारनामों को पहले अंजाम दे चुकी है। खासकर, मोबाइल फोन, गहने वगैरह चुराने में वह माहिर थी। हमें यह भी पता चला है कि उसका पूरा परिवार इस तरह की आपराधिक गतिविधियों में शामिल है।'
Maharashtra Police को है इस जोड़े की तलाश, घरवालों को जहर देकर लाखों के जेवरात लूट हुए रफूचक्कर