Maharashtra: टीआरपी घोटाले के आरोपित पार्थो दासगुप्ता अस्पताल में भर्ती
Maharashtra टीआरपी घोटाले के आरोपित पार्थो दासगुप्ता आइसीयू में ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। मधुमेह से पीडि़त दासगुप्ता इन दिनों तलोजा जेल में बंद हैं। शुक्रवार रात उनका ब्लड शुगर बढ़ गया था। उन्हें मुंबई की क्राइम ब्रांच पुलिस ने पिछले साल 24 दिसंबर को गिरफ्तार किया था।
मुंबई, प्रेट्र। Maharashtra: टेलीविजन रेटिंग पाइंट (टीआरपी) घोटाले में गिरफ्तार बार्क के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता को शुक्रवार मध्यरात्रि मुंबई के सरकारी जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह आइसीयू में ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। मधुमेह से पीडि़त दासगुप्ता इन दिनों तलोजा जेल में बंद हैं। शुक्रवार रात उनका ब्लड शुगर बढ़ गया था। दासगुप्ता की बेटी प्रत्युषा दासगुप्ता ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि जेल में उनके पिता को परेशान किया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने पिता की जान बचाने की अपील की है। उन्होंने दासगुप्ता को किसी अच्छे निजी अस्पताल में शिफ्ट करने की मांग की है। साथ ही. अपने ट्वीट को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भी टैग किया है।
प्रत्युषा ने बताया कि शनिवार तड़के तीन बजे उनकी मां को फोन आया कि पिता को बेहोशी की हालत में रात करीब एक बजे अस्पताल लाया गया है। उन्होंने बताया कि 14 घंटे तक उनकी हालत की कोई सूचना नहीं दी गई। जब वह अस्पताल पहुंचीं तो उनके पिता बोलने की स्थिति में नहीं थे। ऐसा लगता था कि जेल में उन्हें शारीरिक तथा मानसिक तौर पर टॉर्चर किया गया है। ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) के पूर्व सीईओ को मुंबई की क्राइम ब्रांच पुलिस ने पिछले साल 24 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। अदालत ने घोटाले में उनकी अहम भूमिका के मद्देनजर जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। आरोप है कि रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी ने दासगुप्ता को लाखों रुपये की रिश्वत दी थी।
गत दिनों मुंबई की एक सत्र अदालत ने पार्थो दासगुप्ता को अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया था। दासगुप्ता ने जमानत का आग्रह करते हुए अपनी याचिका में अदालत से कहा कि उनकी उम्र 55 वर्ष हो गई है और वह डायबिटीज व दूसरी अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ आरोप अटकलों पर आधारित हैं। उनके वकील शार्दूल सिंह ने सत्र अदालत के न्यायाधीश एमए भोंसले से कहा कि अभियोजन के आरोप के मुताबिक दासगुप्ता के खिलाफ ठगी का अपराध नहीं बनता।