Ganesh Chaturthi 2020 : कोविड -19 अस्पताल के थीम पर सजाया गया पंडाल, गणपति बने डॉक्टर
Ganesh Chaturthi 2020 गणेश चतुर्थी के अवसर पर नागपुर में एक गणपति पंडाल को COVID-19 अस्पताल के थीम पर सजाया गया है।
नागपुर, एएनआइ। महाराष्ट्र में हर वर्ष हर्षौल्लास से मनाये जाने वाले गणपति उत्सव पर पंडालों को खूब सजाया जाता है। इस बार कोरोना महामारी के कारण हालांकि त्योहार की रौनक फीकी है लेकिन नागपुर के एक गणपति पंडाल को COVID19 अस्पताल थीम पर सजाया गया है। इसमें गणपति भगवान को डॉक्टर के रूप में दिखाया गया है। ये पंडाल एकता गणेश मंडल उत्सव द़वारा सजाया गया है।
कोरोना वारियर्स को सलाम
गणपति जी के एक हाथ में माला और दूसरे हाथ में स्टेथोस्कोप के साथ, गणेश की मूर्ति को पंडाल में एक डॉक्टर के रूप में तैयार किया गया था। उनके साथ पीपीइ किट पहने एक नर्स की मूर्ति भी रखी गयी थी । एकता गणेश उत्सव मंडल के प्रवक्ता के कहा कि , 'हम दुनिया भर में कोरोना संक्रमण को लेकर बहुत दुखी हैं। इस संक्रमण के कारण लोगों में तनाव पैदा हो गया है क्योंकि वे गणेश चतुर्थी त्योहार को बहुत भव्यता और उत्साह के साथ मनाते थे। लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहे हैं जबकि कुछ ने आत्महत्या कर ली है। महाराष्ट्र में कोरोना के हालात और भयावह हैं यहां बहुत तेजी सी संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।'
पिछले साल कुछ ऐसे सजाये गये थे गणपति पंडाल
कोरोना संक्रमण के कारण इस बार सामूहिक कार्यक्रमों पर मनाही होने के कारण गणेशोत्सव का रौनक न के बराबर है लोग अपने घरों में गणेश जी की मूर्ति की स्थापना कर पूजा अर्चना कर रहे हैं जबकि पिछले वर्ष ये त्योहार काफी हर्षोल्लास के साथा मनाया गया था। गणेशोत्सव पर सबसे अधिक चर्चा में रहने वाला मुंबई के लालबाग के राजा का पंडाल ‘चंद्रयान 2’ की थीम पर तैयार किया गया था। इस पंडाल को देखने से ऐसा लग रहा था जैसे गणपति भगवान चांद पर विराजमान हो इस पंडाल में अंतरिक्षयात्रियों के अलावा अंतरिक्षयान भी नजर आ रहे थे।
100 किस्म के फूलों से सजाया गया था सिद्धिविनायक मंदिर
बांद्रा का गणेश पंडाल भी अपनी भव्य साजसज्जा को लेकर हमेशा ही लोगों के बीच में काफी चर्चित रहता है। यहां हर साल भारत के जाने-माने मंदिरों में से किसी एक के थीम पर सजाया जाता है, पिछले वर्ष इसे उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम के थीम पर सजाया गया था। मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में पिछले वर्ष गणेशोत्सव के अवसर पर भक्तों का तांता लगा हुआ था। सिद्धिविनायक मंदिर को 100 किस्मों के फूलों से सजाया गया था।