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Liquor In Super Market: महाराष्ट्र में अब सुपर मार्केट में भी मिलेगी शराब, भाजपा ने किया विरोध

Liquor in super market महाराष्ट्र में अब किराने की दुकानों और सुपर मार्केट में भी शराब बिक्री की अनुमति दी जाएगी। यह निर्णय शराब बिक्री से मिलने वाले राजस्व को बढ़ाने के लिए लिया गया है। विपक्षी भाजपा सरकार के इस निर्णय का तगड़ा विरोध कर रही है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Thu, 27 Jan 2022 09:46 PM (IST)Updated: Thu, 27 Jan 2022 09:46 PM (IST)
Liquor In Super Market: महाराष्ट्र में अब सुपर मार्केट में भी मिलेगी शराब, भाजपा ने किया विरोध
महाराष्ट्र में अब सुपर मार्केट में भी मिलेगी शराब, भाजपा ने किया विरोध। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने फैसला किया है कि अब किराने की दुकानों और सुपर मार्केट में भी शराब बिक्री की अनुमति दी जाएगी। यह निर्णय शराब बिक्री से मिलने वाले राजस्व को बढ़ाने के लिए लिया गया है। विपक्षी भाजपा, सरकार के इस निर्णय का तगड़ा विरोध कर रही है। मंत्रिमंडल की बैठक में गुरुवार को निर्णय लिया गया कि सरकार 1,000 वर्ग फीट से अधिक के सुपर मार्केट्स व किराना दुकानों को एक अलग काउंटर लगाकर शराब बिक्री की अनुमति प्रदान करेगी। राकांपा प्रवक्ता व राज्य सरकार में मंत्री नवाब मलिक का कहना है कि प्रदेश में शराब उत्पादन के कई कारखाने हैं। शराब उत्पादकों की मदद करने के लिए ही राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है।

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देवेंद्र फड़नवीस ने किया विरोध

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने सरकार के इस निर्णय का तगड़ा विरोध करते हुए कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार ने कोरोना काल में किसानों, गरीबों व छोटे कारोबारियों को लाभ पहुंचाने वाला एक भी निर्णय नहीं किया है। सरकार की प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ शराब है। सत्ता के नशे में चूर सरकार को गरीबों की भी थोड़ी मदद करनी चाहिए। फड़नवीस ने ट्वीट किया, पेट्रोल-डीजल की तुलना में शराब सस्ती की गई। शराबबंदी खत्म करके दारू बेचने की अनुमति दी गई। महाराष्ट्र में शराब बिक्री के लिए नई परमिटें देने की शुरुआत की गई। अब सुपर मार्केट व किराना दुकानों पर भी शराब बेचने की अनुमति दी जा रही है। महाराष्ट्र को 'मद्यराष्ट्र' करने का यह तरीका हजम नहीं हो रहा है। विधान परिषद में विरोधी पक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि यह सरकार किसानों का नहीं, बल्कि दारू पीने वालों का खयाल रखने वाली है। नई पीढ़ी की बर्बादी की चिंता सरकार को नहीं है। सरकार को मंदिरों, शिक्षण संस्थानों एवं शिक्षकों की भी चिंता नहीं है। उसे सिर्फ शराब का उत्पादन करने वालों एवं उसे पीने वालों की चिंता है।

नवाब मलिक ने कही ये बात

मंत्री नवाब मलिक ने जवाब देते हुए कहा कि ऐसी व्यवस्था गोवा और हिमाचल प्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्यों में भी लागू है, लेकिन उन्हें सिर्फ महाराष्ट्र में इसका विरोध करना है।


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