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Maharashtra: मनोहर जोशी और उद्धव ठाकरे से मिले नितिन गडकरी, राजनीतिक कयासों का बाजार गर्म

Maharashtra महाराष्ट्र में नितिन गडकरी सुबह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी व शाम को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिले। इन मुलाकातों का मकसद अभी सार्वजनिक तो नहीं हो पाया है लेकिन कई तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Thu, 07 Jan 2021 08:50 PM (IST)Updated: Thu, 07 Jan 2021 08:50 PM (IST)
Maharashtra: मनोहर जोशी और उद्धव ठाकरे से मिले नितिन गडकरी, राजनीतिक कयासों का बाजार गर्म
मनोहर जोशी और उद्धव ठाकरे से मिले नितिन गडकरी। फाइल फोटो

मुंबई, राज्य ब्यूरो। Maharashtra:  शिवसेना-भाजपा के तनावपूर्ण संबंधों के बीच गुरुवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सुबह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी व शाम को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिले। गडकरी की इस मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में कयासों का बाजार गर्म कर दिया है। 1995 में पहली बार बनी शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री मनोहर जोशी ने नितिन गडकरी को सार्वजनिक निर्माण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी। उसी दौरान गडकरी द्वारा बनवाए गए मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे से उनकी ख्याति एक दूरदर्शी नेता के रूप में हुई थी। सुबह गडकरी मनोहर जोशी के घर मिलने पहुंचे तो राजनीतिक हलकों में चर्चाएं शुरू हो गईं, लेकिन मुलाकात का सिलसिला यहीं नहीं थमा। गडकरी शाम को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मिलने उनके निवास पर जा पहुंचे। इन मुलाकातों का मकसद अभी सार्वजनिक तो नहीं हो पाया है, लेकिन कई तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं।

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गौरतलब है कि औरंगाबाद शहर के नामांतरण के मसले पर इन दिनों राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन महाराष्ट्र विकास आघाड़ी के घटक दलों कांग्रेस और शिवसेना के बीच तकरार चल रही है। एक दिन पहले भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहब थोराट द्वारा इस मुद्दे पर दी गई नसीहत के बाद इन मुलाकातों के गहरे अर्थ लगाए जाने लगे हैं। वैसे बात यह भी है कि शिवसेना नीत सरकार के रिश्ते भाजपा से काफी तनावपूर्ण चल रहे हैं। मसला मेट्रो कारशेड का काम रोके जाने का हो या विधान परिषद की 12 सीटों पर राज्यपाल की मंजूरी न मिलने का।

शिवसेना-भाजपा एक-दूसरे पर आरोप लगाने से चूक नहीं रही हैं। पिछले दिनों अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत व अभिनेत्री कंगना रनोट के कार्यालय पर हुई बीएमसी की तोड़फोड़ के दौरान भी भाजपा ने शिवसेना पर करारे प्रहार किए। पालघर में दो साधुओं की हत्या व कोरोना महामारी के संकटकाल में राज्य की अव्यवस्था पर भी शिवसेना को घेरा जाता रहा है। खासतौर से पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस उद्धव सरकार को घेरने का कोई मौका छोड़ नहीं रहे हैं। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी शिवसेना से नाराज बताया जा रहा है। ऐसे में महाराष्ट्र भाजपा के ही एक वरिष्ठ नेता की शिवसेना के दो वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात नई संभावनाओं को जन्म देती दिखाई दे रही है।


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