कश्मीर में शक्ति और युक्ति की जरूरत: भागवत
भागवत ने गुरुवार को कहा कि सच्चाई का अस्तित्व सुनिश्चित करने के लिए शक्ति और युक्ति की जरूरत है।
By BabitaEdited By: Published: Fri, 16 Mar 2018 01:17 PM (IST)Updated: Fri, 16 Mar 2018 01:17 PM (IST)
style="text-align: justify;">नागपुर, जेएनएन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों को बांटने की कोशिश करने वाली ताकतों के खिलाफ शक्ति और युक्ति के साथ मोर्चा लेना होगा। उन्होंने कहा कि यह आताताई केवल ताकत की भाषा समझते हैं।
भागवत ने गुरुवार को कहा कि सच्चाई का अस्तित्व सुनिश्चित करने के लिए शक्ति और युक्ति की जरूरत है। भारतीय सेना ने अपने प्रयासों, बलिदान और प्रतिबद्धता से शक्ति को कायम रखा है। ऐसा करना जरूरी है क्योंकि संकट खड़ा करने वाले केवल ताकत की जबान समझते हैं। जम्मू-कश्मीर स्टडी सेंटर की ओर से आयोजित 'सप्त सिंधु जम्मू कश्मीर लद्दाख महोत्सव' के उद्घाटन भाषण में भागवत ने कश्मीर को भारत का
अभिन्न अंग बताते हुए कहा कि कश्मीर समस्या को समस्या के तौर पर नहीं देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समस्या की असली जड़ यह है कि हम अपनी पुरानी एकता को बुलाएंगे।
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