'द कश्मीर फाइल्स' देखकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भाजपा पर किया कटाक्ष, बोले- 'दुर्भाग्य है कि सत्ता में बैठे लोगों ने प्रचार किया'
एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने द कश्मीर फाइल्स ( The Kashmir files) को लेकर भाजपा (BJP) नेतृत्व पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्ता में बैठे लोगों ने इस फिल्म का प्रचार किया। असुरक्षा पैदा करने की सुनियोजित साजिश है।
मुंबई,एएनआइ। एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने बालीवुड फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' ( The Kashmir files) का जिक्र करते हुए कहा कि एक शख्स ने हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को दिखाते हुए फिल्म (द कश्मीर फाइल्स) बनाई। यह दर्शाता है कि बहुसंख्यक हमेशा अल्पसंख्यक पर हमला करते हैं और जब वह बहुमत मुस्लिम होता है, तो हिंदू समुदाय असुरक्षित हो जाता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्ता में बैठे लोगों ने इस फिल्म का प्रचार किया।
शरद पवार ने कहा कि धार्मिक आधार पर समाज में दरार पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। पवार ने भाजपा नेतृत्व पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे हिंदुओं पर अत्याचार किया गया... बहुसंख्यक समुदाय मुस्लिम होने पर हिंदू समुदाय में असुरक्षा की भावना है। आज यह असुरक्षा पैदा करने की सुनियोजित साजिश है। दुर्भाग्य से, देश में सत्ता में बैठे लोगों ने इस फिल्म को देखने की अपील की।
भाजपा पर जहरीला माहौल पैदा करने का आरोप
गौरतलब है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बीते कुछ दिन पहले भी भाजपा पर कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन के बारे में झूठा प्रचार करके जहरीला माहौल पैदा करने का आरोप लगाया था। दिल्ली इकाई के अल्पसंख्यक विभाग के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए पवार ने कहा था की फिल्म को स्क्रीनिंग के लिए मंजूरी नहीं देनी चाहिए थी। इसे भी टैक्स फ्री कर दिया गया और देश को एकजुट रखने के जिम्मेदार लोग गुस्सा भड़काने वाली फिल्में देखने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। फिल्म के प्रमोशन को लेकर कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर भी हमला बोला था। पार्टी के संचार विभाग प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने सरकार पर फिल्म के जरिए समाज में नफरत फैलाने का आरोप लगाया था।
शरद पवार ने जवाहरलाल नेहरू को कश्मीर पर बहस में घसीटने के लिए भाजपा की भी आलोचना की। उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि जब कश्मीर पंडितों का पलायन हुआ तो वीपी सिंह पीएम थे। वीपी सिंह सरकार को भाजपा का समर्थन प्राप्त था।