Nashik में छह युवतियों के यौन शोषण में ज्ञानदीप गुरुकुल आश्रम का संचालक गिरफ्तार, पीड़िताओं में पांच नाबालिग
पांच और लड़कियां सामने आई हैं जिन्होंने आरोप लगाया है कि बाल सुविधा केंद्र के निदेशक ने उनका भी यौन शोषण किया। पहली घटना 13 अक्टूबर को म्हसरूल में बच्चों के आश्रय में हुई थी लेकिन यह 23 नवंबर को सामने आया जब लड़की ने शिकायत दर्ज कराई।
नासिक, एजेंसी। महाराष्ट्र के नासिक जिले में 14 साल की एक लड़की से कथित तौर पर दुष्कर्म केस में पहले से गिरफ्तार ज्ञानदीप गुरुकुल आश्रम के संचालक की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। पुलिस अधिकारियों ने रविवार को कहा कि पूछताछ में पांच और नाबालिग लड़कियों का पता चला है, जिन्होंने आश्रम संचालक पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। पहली घटना 13 अक्टूबर को म्हसरूल में बच्चों के आश्रय में हुई थी, लेकिन यह 23 नवंबर को सामने आया जब लड़की ने शिकायत दर्ज कराई। इसी शिकायत के आधार पर आश्रम के 28 वर्षीय संचालक को गिरफ्तार किया गया था, उस मामले में आरोपित 30 नवंबर तक पुलिस हिरासत में हैं।
अश्लील वीडियो क्लिप दिखा किया दुष्कर्म
नासिक जिले में ज्ञानदीप गुरुकुल आश्रम में रहने वाली 14 साल की पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में संचालक पर कथित तौर पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत दी थी। शिकायत में बताया था कि आश्रम के संचालक हर्षल मोरे उसे जबरन इमारत के पार्किंग क्षेत्र में एक अस्थायी टिन के कमरे में ले गया, उसे अपने मोबाइल फोन पर एक अश्लील वीडियो क्लिप दिखाया और फिर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने पीडि़त छात्रा की शिकायत पर जांच करते हुए आश्रम में पढ़ने वाली 15 अन्य छात्राओं से पूछताछ की।
15 में से छह छात्राओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया
पूछताछ में 15 में से छह छात्राओं ने हर्षल मोरे पर यौन शोषण का आरोप लगाया। आरोप लगाने वाली छह छात्राओं में से पांच नाबालिग हैं। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ म्हसरुल पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता, यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत दुष्कर्म और अन्य अपराधों का मामला दर्ज कर किया।
मेडिकल चेकअप किया, रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस ने बताया कि अब पांच और लड़कियां सामने आ गई हैं। लड़कियों का मेडिकल चेकअप किया गया है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। हमने उस घर के मालिक का बयान भी दर्ज किया है, जहां से शेल्टर चलाया जा रहा था।" ," उन्होंने कहा। उन्होंने कहा कि मोरे 30 नवंबर तक पुलिस हिरासत में हैं और नए बयानों और आरोपों के आधार पर आगे की जांच की जा रही है।