महाराष्ट्र के नासिक में अफगानी सूफी उपदेशक की हत्या, हमलावरों ने सूफी बाबा के सिर पर मारी गोली
Muslim Guru Shot Dead महाराष्ट्र के नासिक में 35 वर्षीय सूफी बाबा ख्वाजा सैयद चिश्ती (Khwaja Syed Chishti ) की येओला कस्बे के एमआईडीसी क्षेत्र स्थित खुले मैदान में गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक का नाम ख्वाजा सैयद चिश्ती था। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र के नासिक (Nashik Maharashtra) से एक अफगानी सूफी उपदेशक ख्वाजा सैयद चिश्ती (Khwaja Syed Chishti ) की हत्या का मामला सामने आया है। अब तक इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। अब तक की जांच में पुलिस को लग रहा है कि यह हत्या जमीन के विवाद में की गई है। नासिक के येवला क्षेत्र में जारिफ चिस्ती के नाम से मशहूर ख्वाजा जारिफ बाबा सैयद जारिफ चिस्ती की मंगलवार शाम करीब 7.30 बजे नासिक के निकट येवला के जंगल में गोली मार कर हत्या कर दी गई। पांच लोग उसे एक कार में बैठाकर पूजा करवाने के बहाने येवला के जंगल में ले गए थे।
पूजा के बाद पुनः गाड़ी में बैठते समय उसके सिर में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद हत्यारे उसी कार में बैठकर भाग निकले। पुलिस सूत्रों के अनुसार जारिफ चिस्ती करीब एक साल से येवला में रह रहा था। वहां उसने किसी और के नाम से 15 एकड़ जमीन और एक कार खरीद रखी थी।
बताया जाता है कि जारिफ चिस्ती करीब चार साल पहले तालिबान के डर से अफगनिस्तान छोड़कर भारत आ गया था। यहां वह भारत सरकार की अनुमति से रिफ्यूजी के रूप में रह रहा था। इससे पहले वह दिल्ली और कर्नाटक में भी रह चुका था। चूंकि रिफ्यूजी होने के कारण वह भारत में अपने नाम पर जमीन नहीं खरीद सकता था, इसलिए किसी और के नाम पर जमीन खरीदता था। येवला में इसी प्रकार उसने किसी स्थानीय व्यक्ति के नाम पर 15 एकड़ जमीन खरीद रखी थी। उसकी आमदनी का स्रोत यू-ट्यूब चैनल पर उसके द्वारा डाले जानेवाले धार्मिक उपदेश बताए जा रहे हैं। 2017 में बनाए गए उसके यू-ट्यूब चैनल के 2.27 फालोअर हैं। इसके अलावा दान से मिलनेवाली राशि भी उसकी आमदनी का स्रोत बताई जा रही है।
पुलिस को आशंका है कि येवला में किसी और के नाम पर खरीदी गई 15 एकड़ जमीन ही उसकी हत्या का कारण हो सकती है। हालांकि पुलिस अभी हत्या के कारण के अंतिम निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी है। जारिफ चिस्ती के साथ एक अफगानी महिला भी रहती थी। वह स्वयं को उसकी पत्नी बता रही है। लेकिन दोनों का कोई विवाह प्रमाणपत्र हासिल नहीं हुआ है। अब तक पुलिस चिस्ती की हत्या में भी उस महिला की कोई भूमिका नहीं तलाश सकी है। मारे गए सूफी उपदेशक का कोई आपराधिक रिकार्ड भी सामने नहीं आया है।
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